पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की तरफ से बैरकपुर लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए तृणमूल उम्मीदवार के रूप में पार्थ भौमिक के नाम की घोषणा के बाद से यहां की राजनीति गरमा गयी है. बैरकपुर के ‘बाहुबली’ सांसद अर्जुन सिंह ने तृणमूल छोड़ दिया है. उन्होंने मंगलवार को अपने घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तृणमूल पार्टी पर कई आरोप लगाया है. उन्होंने अहंकार भरे स्वर में कहा, ”जमीनी स्तर पर मुझे कोई नहीं चाहता. उन्हें टीम में बुलाया गया और अपमानित किया गया. मैंने डेढ़ साल बर्बाद कर दिया. मैंने क्या कहा? मैं बैरकपुर में लड़ना चाहता था.
बीजेपी से टिकट नहीं मिला तो मै निर्दलीय चुनाव लडूंगा : अर्जुन सिंह
अर्जुन सिंह ने यह भी संकेत दिया है कि वह बैरकपुर से दोबारा उम्मीदवार होंगे. लेकिन अर्जुन सिंह किस पार्टी के लिए लड़ेंगे ? उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया. ऐसी अटकलें तेज हैं कि अगर अर्जुन सिंह को बीजेपी से टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. इस दिन उन्होंने अपने पार्टी कार्यालय से ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी की तस्वीरें भी हटा दीं. कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव से पहले वाली बैरकपुर की राजनीति गरमा गई है. अर्जुन सिंह 1999 में बीजेपी के टिकट पर सांसद बने थे. लेकिन इस बार कौन सी पार्टी में है ये अभी भी साफ नहीं है. यह निश्चित है कि अर्जुन बैरकपुर से तृणमूल उम्मीदवार, राज्य मंत्री पार्थ भौमिक के खिलाफ चुनावी लड़ाई में उतरेंगे.
अर्जुन सिंह को पार्टी में मिलेगा सम्मानजनक पद : फिरहाद हकीम
अर्जुन सिंह का कहना है कि उनके साथ विश्वासघात हुआ है. उनका कहना है कि भाजपा से तृणमूल में उन्हें शामिल कराये जाने के दौरान आश्वासन दिया गया था कि बैरकपुर सीट से ही टिकट दिया जायेगा. पर ऐसा नहीं हुआ. उनके इस बयान के संबंध में कोलकाता नगर निगम में मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि अर्जुन सिंह उनके पुराने सहकर्मी व साथी हैं. बीच में वह तृणमूल छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिये थे. पर तृणमूल कांग्रेस के पुराने सैनिक होने के नाते उन्हें पार्टी में जरूर सम्मानजनक पद दिया जायेगा. मेयर ने कहा कि अर्जुन सिंह ने भी उन्हें आश्वासन दिया है कि वह तृणमूल कांग्रेस के साथ ही रहेंगे.
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