रांची : प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मंगलवार को कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और अन्य पारिवारिक सदस्यों व करीबी रिश्तेदारों के 17 ठिकानों पर छापा मारा. इडी ने योगेंद्र साव के पुत्र अंकित राज, पुत्री अनुप्रिया और अन्य रिश्तेदारों के नाम पर बनी 10 कंपनियों को भी इस छापेमारी के दायरे में शामिल किया है. इन कंपनियों के माध्यम से मनी लाउंड्रिंग को अंजाम देने से संबंधित दस्तावेज भी इडी को मिले हैं. छापेमारी के दौरान योगेंद्र साव व अंबा प्रसाद के ठिकानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज और विभिन्न ठिकानों से करीब 20 लाख रुपये नकद जब्त किये जाने की सूचना है.
हजारीबाग में लीज की बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के मामले में उभरे विवाद के बाद इडी ने अंबा प्रसाद और योगेंद्र प्रसाद के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की तलाश की और इसीआइआर दर्ज किया. इसके बाद मंगलवार सुबह करीब 7:00 बजे रांची, हजारीबाग और मुंबई स्थित ठिकानों पर छापा मारा. छापेमारी के दायरे में योगेंद्र साव के कुल तीन ठिकानों को शामिल किया गया है.
हजारीबाग के तत्कालीन सीओ के घर भी छापा
इडी ने हजारीबाग के तत्कालीन अंचल अधिकारी शशिभूणष सिंह के रांची स्थित आवास पर भी छापा मारा. फिलहाल, वह धनबाद के गोविंदपुर अंचल में अंचल अधिकारी के पद पर पदस्थापित हैं. वह जमीन की हेराफेरी के एक पुराने मामले में इडी के अभियुक्त हैं. हजारीबाग में अपने पदस्थापन के दौरान जमीन कब्जा करने के मामले में उन्होंने अंबा प्रसाद और योगेंद्र साव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए थाना प्रभारी को पत्र लिखा. बाद में भारी राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव में उन्होंने थाने को एक दूसरा पत्र भेजा. इसमें जमीन कब्जा करने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की. इसके बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई.
सभी कंपनियां योगेंद्र साव व उनके करीबी लोगों के नाम पर
इडी ने छापेमारी के दायरे में जिन 10 कंपनियों को शामिल किया है, वे योगेंद्र साव, बेटे अंकित राज, बेटी अनुप्रिया और योगेंद्र के पिता लक्ष्मण साव सहित अन्य रिश्तेदारों के नाम पर हैं. योगेंद्र साव के बेटे अंकित राज का संबंध बालू के कारोबार से है. ‘मिलियन ड्रिम्स फाउंडेशन’ नामक कंपनी में योगेंद्र साव की बेटी निदेशक है. इस कंपनी के माध्यम से सामाजिक काम करने का दावा किया जाता है. मेसर्स मां अष्टभुजा कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी अंबा प्रसाद के मामा के नाम पर है. छापेमारी के दायरे में शामिल संजय कुमार ठेकेदारी करता है और योगेंद्र साव से संबंधित है. पंकजनाथ योगेंद्र के बेटे का दोस्त बताया जाता है. वह भी योगेंद्र के बेटे के साथ व्यापारिक गतिविधियों में शामिल बताया जाता है. मनोज अग्रवाल को योगेंद्र के परिवार के निवेशक के रूप में जाना जाता है. छापेमारी के दायरे में शामिल उदय साव, योगेंद्र साव के भाई धीरेंद्र साव का साला है. धीरेंद्र साव अपने भाई योगेंद्र साव के साथ मिल कर काम करता है.
इनके ठिकानों पर छापेमारी हुई
योगेंद्र साव—पूर्व मंत्री, हजारीबाग
योगेंद्र साव—बांद्रा स्थित फ्लैट, मुंबई
योगेंद्र साव—पतरावा चौक, हजारीबाग
अंबा प्रसाद—विधायक आवास एफ-44, धुर्वा
शशिभूषण सिंह (सीओ)—रोड नंबर-5, हवाई नगर धुर्वा
मुकेश साव—मुंद्रिका भवन, बड़कागांव हजारीबाग
राजेश साव—मुंद्रिका भवन, बड़कागांव हजारीबाग
संजय कुमार—खरांटी, गोसाइंबलिया, बड़कागांव, हजारीबागपंकज नाथ—-फ्लैट नंबर-9, ब्लॉक-बी, साईं रेजिडेंसी, चित्रगुप्त तालाब, हजारीबाग सदरकुशाग्र रुद्र—दिनकर नगर, फॉरेस्ट कॉलोनी, हजारीबागबिंदेश्वर कुमार दांगी—जीडीएम चौक, पुलिस स्टेशन के पास, गुरु चट्टी, बड़कागांवमनोज कुमार अग्रवाल—फ्लैट नंबर 101, मुनका बगीचा, महेश सोनी चौक, हजारीबागउदय साव—मेयातू गेट, सुलताना, हजारीबागराजू साव—केरेडारी, हजारीबागपंकज नाथ—ओकनी, हजारीबागधीरेंद्र साव—हुरहुरू रोड, हजारीबागअजीत कुमार गुप्ता—68 केबी रोड, खजांची तालाब के पास
छापेमारी के दायरे में शामिल कंपनियां
हेबीकॉन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेडमेसर्स
मां अष्टभुजा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स मां अष्टभुजा श्रमिक
वी कनेक्ट इंडिया
मां कामाख्या कंक्रीट
लक्ष्मण सिरामिक एंड मिनरल
मेसर्स अंकित राज
मेसर्स योगेंद्र प्रसाद
मेसर्स एसके इंटरप्राइजेज
मिलियन ड्रीम फाउंडेशन