Patna Crime पटना सिविल कोर्ट परिसर में हुए बुधवार को दर्दनाक हादसा में बुजुर्ग दिव्यांग वकील देवेंद्र प्रसाद की मौत के बाद वकीलों ने साढ़े तीन घंटे तक बवाल काटा. परिसर में फैले अनियमितता, बैठने की व्यवस्था न होना और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर वकीलों ने जमकर प्रदर्शन किया. मृतक के शव को साढ़े तीन घंटे तक पुलिस गाड़ी में रख कर पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया.
वकीलों के भारी प्रदर्शन को देखते हुए डीएम, एसएसपी, एसडीएम, एडीएम, सिटी एसपी, टाउन डीएसपी समेत अन्य थानों की पुलिस पहुंच गयी. जब एसडीएम व अन्य पदाधिकारी गाड़ी को निकालने पहुंचे तो वकील व अधिकारी में बहस हो गयी, जिसके बाद पुलिस व जिला प्रशासन को बाहर निकलना पड़ा. पटना पुलिस जब मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाना चाही तो वकीलों ने उसे रोक दिया. यही नहीं गाड़ी को कोर्ट के अंदर ले जाकर दोनों मेन गेट में ताला जड़ दिया. डीएम-एसएसपी ने वकीलों को समझा-बुझाकर शांत कराया, तब जाकर गेट को खोलकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
ट्रांसफॉर्मर और पेड़ के नीचे बैठ रहे वकील, जान को खतरा
वकीलों ने व्यवस्था के विरोध में जमकर नारेबाजी की. डीएम-एसएसपी को बुलाने को कहा. बताया कि देवेंद्र प्रसाद की मौत की जवाबदेही कौन लेगा? आज इनकी मौत हुई है, कल किसी और की होगी. वकीलों के बैठने की जगह नहीं है. ट्रांसफॉर्मर और पेड़ के नीचे वकील बैठकर अपना काम कर रहे हैं. यही नहीं जगह नहीं होने की वजह से नाला पर वकीलों ने कुर्सी टेबल लगा दिया है. वकील संजय कुमार ने बताया कि सभी के जान पर संकट है. हाल में ही जिला सत्र न्यायाधीश को पत्र लिख कर समस्याओं से अवगत कराया गया है.
फॉरेंसिक टीम ने की जांच
घटना के बाद पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को जांच के लिए बुला लिया. टीम ने घटनास्थल से कई सारे सैंपल कलेक्ट कर अपने साथ ले गये. वहीं पास में सीसीटीवी कैमरा भी लगा था, जिसे पुलिस ने देखा. सिटी एसपी ने कहा कि आवेदन के आधार पर संबंधित बिजली कर्मी पर केस दर्ज कराया जायेगा.