रांची : पूर्वी भारत की सबसे बड़ा शहद टेस्टिंग लैब रांची में स्थापित होगा. केंद्रीय कृषि व जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा गुरुवार दोपहर 3:00 बजे अंतरराष्ट्रीय स्तर की इस आधुनिक प्रयोगशाला का शिलान्यास करेंगे. यह प्रयोगशाला राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान (लैक रिसर्च संस्थान) के परिसर में स्थापित की जायेगी. केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से बताया गया कि पूर्वी भारत में ‘शहद क्रांति’ का आगाज होने जा रहा है. इस क्षेत्र को हनी हब बनाया जायेगा. इससे शहद उत्पादक हजारों किसानों को घरेलू बाजार में विस्तार के साथ ही निर्यात के अवसर भी प्राप्त होंगे. इससे उनका जीवनस्तर ऊंचा उठेगा.
केंद्रीय मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों तथा किसानों को प्राथमिकता केंद्र सरकार सदैव प्राथमिकता देती रही है. इसी क्रम में, झारखंड एवं आसपास के राज्यों-बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत कई राज्यों की अनूठी शहद की किस्मों को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार के संस्थानों द्वारा केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा की पहल पर शहद परीक्षण प्रयोगशाला व अन्य परियोजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गयी है. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान तथा मधुमक्खीपालक शामिल होंगे. इस अवसर पर एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र और मधुमक्खी पालन और बांस संवर्धन परियोजना की भी सौगात दी जायेगी. राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन व शहद मिशन तथा कृषि विज्ञान केंद्र-खूंटी, रांची, गुमला, सिमडेगा, सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम सहित विभिन्न संस्थान इसमें सहभागी है.