Stock Market Today: भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बड़ी गिरावट देखने को मिली. मार्केट दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी करीब एक प्रतिशत से ज्यादा टूट गए थे. इस बीच आज भी बाजार से सुस्त संकेत मिल रहे हैं. सुबह 7.30 बजे गिफ्ट निफ्टी 57 प्वाइंट गिरकर 22,050 अंक पर था. जबकि, अन्य एशियाई बाजारों में एएसएक्स200 और निक्केई 0.35 प्रतिशत तक नीचे था, जबकि कोस्पी, हैंग सेंग और शंघाई कंपोजिट में 0.5 प्रतिशत तक की बढ़ देखने को मिली. अमेरिकी बाजार में S&P500 0.19 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 0.54 प्रतिशत गिर गया. हालांकि, डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.1 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली थी.
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निवेशकों ने गवाया था 13.47 हजार करोड़
शेयर बाजार में भारी बिकवाली के बीच बुधवार को निवेशकों के 13.47 लाख करोड़ रुपये डूब गए. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 900 अंक से अधिक टूट गया. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 906.07 अंक यानी 1.23 प्रतिशत गिरकर 72,761.89 पर बंद हुआ. कारोबार दौरान यह 1,152.25 अंक तक टूट गया था. इसके साथ बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 13,47,822.84 करोड़ रुपये घटकर 3,72,16,602.67 करोड़ रुपये रह गया. इस दौरान अदाणी ग्रुप के शेयर 13 प्रतिशत तक टूटे. इसके अलावा, पावर ग्रिड 7.07 प्रतिशत और कोल इंडिया 7 प्रतिशत टूटा था.
क्यों गिरा था शेयर बाजार
- शेयर बाजार में गिरावट के पीछे सबसे पहले कारण सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच का वो बयान है जिसमें उन्होंने स्मॉल कैप और मिड कैप में बबल बनने की बात कही थी. इसे लेकर उन्होंने चेतावनी भी दी थी. सेबी द्वारा पिछले महीने म्यूचुअल फंडों को स्मॉलकैप और मिडकैप निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए एक प्रणाली बनाने के लिए कहा गया था. इसमें माधबी पुरी ने कहा था कि बाजार में कुछ जगह झाग है. कुछ लोग इसे बुलबुला कहते हैं, कुछ इसे झाग कह सकते हैं. उस झाग को बने रहने देना उचित नहीं होगा. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मूल्यांकन मानदंड चार्ट से बाहर हैं और बुनियादी सिद्धांतों द्वारा समर्थित नहीं करता हैं.
- फरवरी में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति में सुधार नहीं दिखा और यह पिछले महीने के स्तर के करीब आ गई. भारत की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में घटकर चार महीने के निचले स्तर 5.09 प्रतिशत पर आ गई.
- मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली हावी था. इसके कारण अधिकांश सूचकांक लाल निशान के साथ बंद हुए थे. मिडकैप और स्मॉलकैप पहले से दबाव झेल रहे थे. बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 80 फीसदी से अधिक शेयरों ने 19 फरवरी के बाद से नकारात्मक रिटर्न दर्ज किया है. हालांकि, इसी अवधि में निफ्टी में लगभग एक फीसदी की तेजी आई है.
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