World Sleep Day: हर साल दुनिया भर में मार्च महीने की अलग-अलग तारीख को विश्व नींद दिवस मनाया जाता है. इस साल यह दिन 15 मार्च को मनाया जा रहा है. विश्व नींद दिवस वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी की ओर से आयोजित होनेवाला एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य नींद के महत्व और नींद संबंधी विकारों की रोकथाम और प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.
क्यों जरूरी है पर्याप्त नींद
नींद का सेहत के साथ गहरा रिश्ता है. इससे शरीर और मस्तिष्क दोनों को आराम मिलता है. रात की अच्छी नींद के बाद आप सुबह उठते ही तरोताजा और एक्टिव महसूस करते हैं. अपर्याप्त नींद का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है. नींद की कमी न केवल आपको थका हुआ महसूस करायेगी, बल्कि कई तरह की बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती है.
कम नींद बढ़ाती है बीमारी का जोखिम
कम नींद को मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी स्वास्थ्य स्थितियों के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है. लगातार नींद की कमी अवसाद और चिंता जैसे विकारों को बढ़ा सकती है. इम्यून सिस्टम, मेटाबॉलिज्म, हार्मोन रेगुलेशन एवं दिल की सेहत के लिए अच्छी नींद आवश्यक है. बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास, याददाश्ता और मानसिक सेहत को बेहतर रखने के लिए भी पर्याप्त और गहरी नींद की दरकार होती है. इसलिए ओवरऑल हेल्थ के लिए पर्याप्त नींद जरूरी है.
अच्छी नींद के लिए क्या करें
अच्छी नींद के लिए स्लीप हाइजीन शब्द का इस्तेमाल किया जाता है, जिसका मतलब है नींद अच्छी तरह पूरी होना और दिन के समय बार-बार नींद न आना. इसमें सोने-जागने का समय, रोज की दिनचर्या, आहार, शारीरिक गतिविधि आदि जैसे पहलू शामिल हैं. जानें, अच्छी नींद के लिए आप क्या कर सकते हैं…
- सोने से पहले अपने कमरे और बिस्तर को व्यवस्थित करें.
- समय पर बिस्तर पर जाने और प्रत्येक दिन तय समय पर जागने का प्रयास करना चाहिए.
- मध्यम व्यायाम और स्वस्थ आहार नींद की गुणवत्ता में सुधार कर रात में अधिक समय तक सोने में मदद कर सकते हैं.
- पारिवारिक जिम्मेदारियों, काम की प्रतिबद्धताओं और सामाजिकता के लिए नींद को टालना ठीक नहीं. अपनी नींद को प्राथमिकता दें.
- दिन की झपकी रात में मिलने वाली नींद की मात्रा में हस्तक्षेप कर सकती है. 20 मिनट से अधिक समय तक झपकी लेने से बचें.
- जिन लोगों को पर्याप्त नींद लेने में कठिनाई होती है, उन्हें धूम्रपान से पूरी तरह बचना चाहिए और सोने से पहले के घंटों में शराब पीने या कैफीन का सेवन करने से भी बचना चाहिए.
- रात में देर से भोजन करना नींद को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है. इसलिए रोजाना सोने से 2-3 घंटे पहले भोजन कर लें.
- सोने जाने से एक घंटे पहले से ही मोबाइल फोन समेत तमाम गैजेट्स से दूरी बना लें.
- रोजाना 15 से 20 मिनट की एक्सरसाइज अच्छी नींद लाने में मदद कर सकती है. रात के खाने के बाद 10 से 15 मिनट तक की वॉक भी उपयोगी होगी.
- इन उपायों को अपनाने के बाद भी यदि आपको लगता है कि लंबे समय से आप ठीक से सो नहीं पा रहे हैं, आपको लगातार पांच से छह घंटे गहरी और अच्छी नींद आती है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए.