Forest department को नगर निगम ने एक वर्ष पहले शहर के कई पार्कों को हस्तांतरित किया था. हस्तांतरित करते वक्त आशा व्यक्त की गयी थी कि वन विभाग को जिम्मेदारी मिलने के बाद व्यवस्था बेहतर होगी. लेकिन, अब तक कुछ भी बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. स्थिति यह है गांधी मैदान व कंडी नवादा में पार्क को विधिवत खोला भी नहीं गया है. इसी बीच अब वार्ड नंबर 10 के केंद्रीय विद्यालय के बगल वाला पावरगंज पार्क, डेल्हा स्थित धनियां बगीचा पार्क व शहर के बीच स्थित आजाद पार्क के सौंदर्यीकरण व रखरखाव की जिम्मेदारी के लिए हस्तांतरित करने की तैयारी शुरू हो गयी है.
इससे पहले निगम के जिम्मे वाले आठ पार्कों को वन विभाग को हस्तांतरित किया गया. इसमें मुस्तफाबाद पार्क, कंडी नवादा का चिल्ड्रेन पार्क, गांधी मैदान पार्क, वागेश्वरी पार्क, लक्ष्मी पार्क, नयी दिल्ली पार्क, अटल पार्क, शहीद बैकुंठ शुक्ला पार्क शामिल हैं. नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति के सदस्य धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि आजाद पार्क निगम की संपत्ति है. यहां से निगम को आंतरिक स्रोत की बढ़ोतरी बुकिंग से आनेवाले पैसों से होती है. निगम खुद ही इस पार्क का बेहतर ढंग से रखरखाव कर रहा है. इसमें किसी तरह का बदलाव किया गया, तो यहां के पार्षद न्यायालय का रुख भी अख्तियार कर सकते हैं. निगम के अस्तित्व को काम रखने के लिए प्रमुख संपत्तियों को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया पर रोक लगायी जाये.
पार्कों को वापस लेने की उठ चुकी है आवाज
नगर निगम की लगभग बोर्ड व स्टैंडिंग की बैठकों में कंडी नवादा स्थित चिल्ड्रेन पार्क व गांधी मैदान पार्क आदि में सही व्यवस्था वन विभाग की ओर से नहीं किये जाने का मामला उठता रहा है. इस बार बोर्ड व स्टैंडिंग में यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि कंडी नवादा व गांधी मैदान पार्क को वन विभाग से वापस लेकर वहां ढंग की व्यवस्था निगम से करायी जाये, ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके. कंडी नवादा में मोनो ट्रेन चलाने की योजना निगम से बनायी जा रही है. इसके साथ गांधी मैदान में खुला जिम के साथ चिल्ड्रेन पार्क बनाया गया है, हालांकि इसे अब तक विधिवत चालू नहीं किया जा सका है.
क्या कहते हैं वन प्रमंडल पदाधिकारी
कंडी नवादा, गांधी मैदान आदि कई पार्कों को निगम से वन विभाग को हस्तांतरित किया गया है. आनेवाले वित्तीय वर्ष में पार्कों की तस्वीर बदलने का हर संभव प्रयास किया जायेगा. आजाद पार्क के बारे में विभागीय मंत्री ने स्थानांतरित करने की अनुशंसा की थी. इसके बाद उनके माध्यम से डीएम व नगर आयुक्त को पत्र देकर कहा गया है कि अगर आजाद पार्क वन विभाग को रखरखाव के लिए सौंपना चाहते हैं, तो उसे लेने के लिए विभाग तैयार है. पत्र का जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. कंडी नवादा में बहुत तरह की समस्या सामने आ रही है. उसे भी जल्द दूर कर लिया जायेगा.शशिकांत कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी, गया