हजारीबाग, आरिफ/दिलीप वर्मा: कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि मेरे नाम से सिर्फ एक गाड़ी है, जो विधानसभा से फाइनांस करायी हूं. मेरे वेतन से उसकी किस्त कटती है. इसके अलावा मेरे नाम से कोई चीज नहीं है. ईडी की छापेमारी में मेरे घर से कुछ भी नकद राशि बरामद नहीं हुई है. अंबा प्रसाद गुरुवार को हजारीबाग के हुरहुरू स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं. विधायक ने कहा कि मेरी राजनीतिक छवि को विरोधियों द्वारा खराब किया जा रहा है. अफवाहों और विरोधियों के सूत्रों के हवाले से गलत खबर फैलायी जा रही है. मीडिया से अनुरोध है कि किसी भी खबर व जानकारी के लिए कागजी दस्तावेज या हमसे संपर्क कर उस संबंध में जानकारी ले लें.
छापेमारी के वक्त थे 1400 रुपए
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि कई एकड़ जमीन की मालकिन, नकद राशि बरामद और मुंबई में संपत्ति होने की बात बिल्कुल ही गलत है. ईडी ने जब छापेमारी की तो मेरे पास 1400 रुपए थे, जिसे छोड़ दिया. इसके अलावा ईडी जनता से जुड़े कई आवेदन मेरे घर से जब्त कर ले गयी है. जनता के स्वास्थ्य, विकास और अन्य मामलों से संबंधित जो आवेदन लिखे हैं, उन्हें भी ईडी ने जब्त कर लिया है. मेरे घर से कोई संदिग्ध चीज बरामद नहीं हुई है.
छोटी बहन को भी प्रताड़ित किया गया
विधायक अंबा प्रसाद ने बताया कि ईडी की टीम ने मेरी छोटी बहन, जो मुंबई में पढ़ाई कर रही है, उसके पीजी में भी तलाशी ली. अब पीजी के मालिक भी उसे घर छोड़ने के लिए कह रहे हैं. मेरी दादी, मां और परिवार के वैसे लोग जिन्हें राजनीति से कोई सरोकार नहीं है, इन कार्रवाईयों से वे लोग काफी घबरा गये हैं. इन सभी का मोबाइल जब्त किया गया है.
सीओ पर कार्रवाई की मांग
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि सीओ शशि भूषण सिंह हजारीबाग सदर अंचल में तीन माह पदस्थापित थे. इसी सीओ ने मेरे घर के बगल वाली जमीन को हड़पने का झूठा आरोप लगाकर प्रचारित किया था. सीओ शशिभूषण के खिलाफ मेरे पिता योगेंद्र साव ने लिखित शिकायत जिलाधिकारियों से की थी. ऐसे अधिकारियों के खिलाफ हमेशा रही हूं. सीओ से मेरा कोई दूर-दूर तक संबंध नहीं है.
व्यापार करना गुनाह नहीं
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि मेरा भाई व्यापार करता है. बहुत लोग नौकरी और व्यापार करते हैं. इसमें क्या गलत है? व्यापार से संबंधित जो कागजात ईडी ले गयी है, उस खाता-बही का जवाब मेरा भाई देगा. हमलोगों के परिवार में दादा जमींदार रहे हैं. काफी व्यापार भी था. किसान परिवार के रूप में पूरे परिवार के सदस्य आज भी हैं.
बीजेपी से चतरा और हजारीबाग से लड़ने का दबाव
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि बीजेपी व आरएसएस के लोग मेरे घर पर आकर हमेशा दबाव बनाते थे. हजारीबाग और चतरा लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने का. मैंने नजरअंदाज कर दिया. यह सारी बातें कांग्रेस पार्टी के आलाधिकारियों को बतायी हूं. आरएसएस के जो लोग हमसे मिलते थे, मेरी नैतिकता है उनका नाम सार्वजनिक नहीं करूं. बीजेपी के लोग अपने लोगों से पूछें कि किनको अंबा प्रसाद के पास भेजे थे.
यशवंत सिन्हा से की थी मुलाकात
अंबा प्रसाद ने कहा कि यशवंत सिन्हा इंडिया गठबंधन की नींव रखनेवाले व्यक्ति हैं. देश संविधान, लोकतंत्र बचाने और सच्चाई के लिए आवाज उठा रहे हैं. उनके विचार से प्रभावित रही हूं. राजनीति में उनका काफी लंबा अनुभव है. मार्गदर्शन के लिए उनसे मुलाकात की थी.