आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के सलानपुर थानांतर्गत कल्याणेश्वरी महेशपुर स्थित सिटी गोल्ड के मालिक चिरकुंडा निवासी विकास गाडयान व कंपनी के साझेदार बराकर हनुमान चढ़ाई निवासी गोपाल सिंघल के आवास सहित कोलकाता, कोडरमा व अन्य स्थानों पर कोलकाता आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार को छापेमारी की. लगभग आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर आयकर विभाग की टीम गुरुवार सुबह लगभग छह बजे एक साथ प्रवेश कर छापेमारी कर रही है. छापेमारी टीम में सीआरपीएफ के महिला व पुरुष जवान के साथ-साथ आयकर अधिकारी व कर्मी शामिल हैं. कुछ स्थानों पर स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा है. चिरकुंडा में सिर्फ छापेमारी की लिखित सूचना दी गयी है.
केंद्रीय सुरक्षा बल के साथ सात वाहनों में पहुंचे अधिकारी
जानकारी के अनुसार छह से सात वाहनों में आयकर विभाग के अधिकारी केंद्रीय सुरक्षा बल के साथ चिरकुंडा पहुंचे और लगभग एक घंटा की रेकी के बाद लगभग छह बजकर 10 मिनट पर चिरकुंडा स्थित आवास में प्रवेश किया. अंदर घुसते ही टीम में शामिल अधिकारियों ने घर के सभी सदस्यों का मोबाइल कब्जा में ले लिया और सभी कमरा सहित वाहनों की तलाशी ली. छापेमारी टीम कोलकाता स्थित कार्यालय के साथ-साथ प्लांट के साझेदार गोपाल सिंघल के बराकर हनुमान चढ़ाई स्थित आवास व सिटी गोल्ड में एक साथ छापेमारी कर रही है. महेशपुर स्थित सिटी गोल्ड में सिटकॉन टीएमटी का निर्माण होता है, जबकि सिटी सीमेंट का प्लांट बंद पड़ा हुआ है. कोडरमा स्थित प्लांट में बिलेट (रड बनने से पहले का स्वरूप) बनता है और इस प्लांट में भी विकास गाडयान व गोपाल सिंघल के साझेदार होने की बात कही जा रही है.
इलेक्ट्रॉनिक सामान, कागजात व नकदी जब्त होने की चर्चा
छापेमारी के दौरान टीम को क्या क्या मिला इसकी कोई सूचना नहीं है, लेकिन अपुष्ट सूत्रों के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल, कागजात व नकद रकम पाये जाने की बात कही जा रही है. छापेमारी काफी लंबी चलने के कारण संदेह बढ़ता जा रहा है कि टीम को आयकर चोरी से जुड़ा बड़ा मामला पकड़ में आया है. चिरकुंडा स्थित आवास पर कोलकाता आयकर विभाग के इंस्पेक्टर शुभोजीत पाल द्वारा छापेमारी का नेतृत्व किया जा रहा है और इन्हीं के द्वारा छापेमारी की सूचना चिरकुंडा पुलिस को दी गयी है.
लोग जानकारी लेने को उत्सुक दिखे
उद्योगपति वासुदेव गाडयान के पुत्र विकास गाडयान के घर में अहले सुबह आयकर विभाग की टीम के घुसने की सूचना आग की तरह पूरे चिरकुंडा में फैल गयी. आवास जीटी रोड किनारे होने के कारण आने जाने वाले सभी लोग वहां रुककर छापेमारी की जानकारी लेते देखे गये. घर के बाहर टीम के आधा दर्जन से अधिक वाहन खड़ा रहने के कारण प्रायः लोग छापेमारी की जानकारी लेने को उत्सुक दिखे.