IPL 2024: टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस की कप्तानी करते नजर आएंगे. दिसंबर में वनडे वर्ल्ड कप के दौरान वह चोटिल हो गए थे और वह अब आईपीएल में वापसी करेंगे. इतने दिन वह मैदान से दूर रहे. हार्दिक ने अपनी चोट के बारे में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि जिस समय वह चोटिल हुए थे, तब वह अपने टीम के साथियों से बोलकर गए थे कि वह 5 दिन में वापस आ जाएंगे. तब एनसीए में हार्दिक को 25 दिनों की पुनर्वास अवधि के बारे में बताया गया था. लेकिन, उन्होंने पांच दिन में वापसी के लिए काफी प्रयास किया और चोट और बिगड़ गई. इसी जल्दबाजी ने उन्हें महीनों मैदान से दूर रखा. हार्दिक ने अपने चोट और उस दर्द के बारे में खुलकर बात की है.
IPL 2024: 25 दिन की चोट महीनों की बन गई
हार्दिक पांड्या ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में कहा कि मैं ऐसा क्रिकेटर हूं जो किसी प्रतियोगिता के लिए 2-3 महीने पहले शुरू नहीं करता. मैंने विश्व कप अभियान की भी शुरुआत करीब एक साल पहले कर दी थी. मैंने डेढ़ साल पहले ही अपनी दिनचर्या बदल दी थी. मैं अपनी योजना के अनुसार काम कर रहा था. लेकिन वह एक अजीब चोट थी. जब मैं घायल हुआ था तो यह 25 दिनों की पुनर्वास की चोट थी. मैं विश्व कप मिस कर रहा था लेकिन मैंने जोर लगाया क्योंकि मुझे वापस आना था और मैंने टीम को सूचित किया कि मैं 5 दिनों में वापस आऊंगा.
IPL 2024: दर्द के लिए टखने में लगवाया इंजेक्शन
हार्दिक पांड्या ने आगे बताया कि मैंने अपनी टखनों पर तीन अलग-अलग जगहों पर इंजेक्शन लगवाए. मुझे अपने टखने से खून निकालना पड़ा क्योंकि वहां खून जम गया था और सूजन बहुत ज्यादा थी. हार्दिक ने बताया के उनके इस प्रयास की वजह से उनकी चोट और बिगड़ गई और उन्हें महीनों मैदान से दूर रहना पड़ा. उन्होंने कहा कि मैं हार नहीं मानना चाहता था और टीम के लिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता था. फिर मुझे पता चला कि अगर मैं खुद को और आगे बढ़ाता रहा तो मैं लंबे समय तक के लिए घायल हो सकता हूं.
IPL 2024: वर्ल्ड कप हारने का दर्द हमेशा रहेगा
उन्होंने कहा कि अगर एक प्रतिशत भी मौका होता तो मैं टीम के साथ जरूर रहता और अपना सर्वश्रेष्ठ देता. मुझे यह समस्या दोबारा हुई और मेरी चोट तीन महीने की चोट बन गई. जिस चोट की वजह से मैं चल नहीं पा रहा था, उसी चोट में मैंने दौड़ने की कोशिश की, जिससे चीजें और बिगड़ गईं. हार्दिक ने बताया कि मैंने 10 दिनों तक खुद को आगे बढ़ाने की कोशिश की, दर्द निवारक दवाएं लीं और वापसी सुनिश्चित करने की कोशिश की कि मैं टीम में कैसे शामिल हो सकता हूं. मेरे लिए, देश के लिए खेलना सबसे बड़ा गर्व है. मेरा सपना वर्ल्ड कप है और हम उससे चूक गए. टीम के साथ नहीं रहना हमेशा मेरे दिल पर बड़ा बोझ होगा.