‘बहुत हसीन है दाता, तेरे मजार का मंजर…’ कुछ ऐसे ही गीतों की गूंज के बीच ‘शहंशाह ए झारखंड’ कहे जाने वाले हजरत दाता कुरबान अली शाह का 77वां दो दिवसीय सालाना उर्स बुधवार को शुरू हो गया.
उमड़ने लगी अकीदतमंदों व हाजतमंदों की भीड़
दोपहर को उनकी मजार पर चादरपोशी के साथ ही अकीदतमंदों व हाजतमंदों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई. कुरबान अली शाह के पुश्तैनी घर से सैकड़ों मुरीद गाजे-बाजे व कव्वाली के साथ संदली चादर के साथ मजार पर पहुंचे और चादरपोशी की शुरुआत की.
क्षेत्र के अमन व तरक्की की मांगी दुआ
गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो के अलावा झारखंड व बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों से आये विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक दलों के प्रतिनिधियों समेत पंचायत प्रतिनिधियों व हजारों अकीदतमंदों ने चादरपोशी कर क्षेत्र के अमन व तरक्की की दुआ मांगी. देर शाम को जलसा का आयोजन भी हुआ. इसमें भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
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गुरुवार को भी मजार पर होगी चादरपोशी, रात में कव्वाली
बताया गया कि गुरुवार को भी मजार पर चादरपोशी होगी तथा रात को कव्वाली का आयोजन होगा. इधर, उर्स को लेकर मजार को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है. विधि व्यवस्था को लेकर कसमार के थाना प्रभारी भजनलाल महतो के नेतृत्व में दर्जनों पुलिसकर्मियों के अलावा गांव के असंख्य युवाओं ने भी मोर्चा संभाला है.
उर्स के मौके पर लगा है मेला, सजा मीना बाजार
आगंतुकों की सुविधाओं का ख्याल रखने के लिए अनेक लोग मुश्तैद किये गए हैं. मौके पर मेला भी लगाया गया है. झूला, मीना बाजार आदि में मनोरंजन और खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी हुई है.
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उर्स में ये लोग रहे मौजूद
मौके पर मौलाना रुहूल होदा, हाजी समसुल होदा, कलीमुल्लाह, हाजी बहारशफी चिश्ती, गुलाम साबिर, अनवर सफी, अशरफ, अब्दुल गनी, फारुख अंसारी, आरिफ हुसैन, नसरुल होदा, इकबाल जावेद, मेहरुल होदा, रहमगुल अंसारी, सनाउल्लाह, आजाद अंसारी, अजीज अंसारी, रइस कौसर, महमूद आलम, सगीर आलम, तस्लीम अंसारी, सोहेल अंसारी, कुमेल अंसारी आदि मौजूद थे.