पटना. बुधवार को राज्य के सभी जिलों में तेज हवा के साथ प्री मॉनसून की झमाझम बारिश हुई. इसके कारण राज्य में दिन के तापमान में पांच से 10 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गयी. गुरुवार को भी राज्य भर में हल्की से मध्यम बारिश होगी, लेकिन उसकी तीव्रता बुधवार की तरह नहीं होगी. 22 मार्च से राज्य के अधिकतर हिस्सों में मौसम साफ होने का पूर्वानुमान है. पिछले दो दिनों में कई शहरों का मौसम मानसून जैसा हो गया है. अलग-अलग इलाकों में बुधवार को दिन भर रुक-रुक कर बारिश होती रही. बारिश की वह से नमी 93 प्रतिशत तक पहुंच गयी है. बारिश की वजह से लोगों को देर रात तक ठंड का एहसास हुआ. मौसम विभाग के अनुसार दो दिनों से शहर में बारिश होने की वजह से अधिकतम ताममान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक बादल छाये रहेंगे. गुरुवार को भी दोपहर में हल्की बारिश होने की संभावना है. दो दिनों के बाद बादल छटेंगे फिर लगातार पांच दिनों तक शहर के अधिकतम तामपान में बढ़ोतरी होगी.
कई शहरों का पारा लुढ़का
पटना, भागलपुर , मुजफ्फरपुर , दरभंगा और पूर्णिया में मंगलवार को उच्चतम तापमान 30 से 32 डिग्री के बीच रहा था. बुधवार को इन सभी जगहों में उच्चतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. राज्य में दिन का औसत उच्चतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. पटना में सामान्य से 12 डिग्री सेल्सियस कम, गया में सामान्य से आठ डिग्री , भागलपुर में सामान्य से 14 डिग्री , पूर्णिया में सामान्य से 12 और मुजफ्फरपुर में सामान्य से दस डिग्री नीचे उच्चतम तापमान दर्ज किया गया. सभी जिलों में उच्चतम तापमान सामान्य से कम ही रहा. राज्य में बुधवार की देर शाम तक औसतन आठ मिली मीटर से अधिक बारिश दर्ज की गयी जो कि सामान्य से 40 फीसदी तक अधिक है.
बारिश से किसानों की बढ़ी परेशानी
सुपौल जिले के सरायगढ़ क्षेत्र में बे मौसम बारिश होने से कुछ फसलों को फायदा भी हो रहा है, तो कुछ फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकता है. लोगों की मानें तो आम, लीची आदि के मंजरों को नुकसान पहुंच सकता है, तेज हवा एवं बारिश होने से मंजर झड़ गया है. वहीं खेतों में लगी गेहूं, मक्का सहित अन्य साग, सब्जी को फायदा पहुंच सकता है. किसानों ने यह भी बताया कि अगर ज्यादा तेज हवा और मूसलाधार बारिश होगी तो गेहूं के फसलों को नुकसान पहुंच सकती है. किसानों ने बताया कि बड़ी मेहनत से खेतों में फसल को बोते हैं. लेकिन प्रकृति की मार झेलनी पड़ती है. प्रकृति की मार झेलने का किसानों की नियति बन चुकी है. किसानों यह भी बताया कि हम लोगों का एकमात्र सहारा खेती ही है. जो इस क्षेत्र के किसान खेती पर ही निर्भर है.
पटना शहर के विभिन्न इलाके में जमा पानी
बे मौसम बारिश होने की वजह से शहर के विभिन्न इलाके में पानी जमा होने की वजह से लोगों को आने जाने परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहर के पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, राजेंद्र नगर समेत अन्य इलाके में सड़कों पर पानी जमा रहा. इसके अलावा शहर के अशोक राजपथ, मलाही पकड़ी मोड़, प्रेमचंद गोलंबर में मेट्रो निर्माण कार्य की वजह से कीचड़ से सड़कों पर चलने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. मेट्रो निर्माण की वजह से मिट्टी की वजह से सड़कों पर बाइक सवार और पदल चलने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.