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सड़कों का निर्माण और मेंटेनेंस कराने के परफॉर्मेंस में आरसीडी का भागलपुर डिवीजन फिसड्डी

सड़कों को बनवाने और रखरखाव करने के टॉप फाइव परफॉर्मिंग में रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट (आरसीडी) का भागलपुर डिवीजन फिसड्डी रहा.

भागलपुर.

सड़कों को बनवाने और रखरखाव करने के टॉप फाइव परफॉर्मिंग में रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट (आरसीडी) का भागलपुर डिवीजन फिसड्डी रहा. आरसीडी का भागलपुर डिवीजन अगर थोड़ा बहुत भी गंभीर होता और सड़कों को बनवाने व रखरखाव करने का ख्याल रखता तो, यह भी आज टॉप फाइव परफाॅर्मिंग डिवीजन में एक होता. बेहतर परफॉर्मेंस नहीं रहने के चलते यह सूची से बाहर रहा. ओपीआरएमसी-2 सड़कों के लिए रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट ने टॉप परफॉर्मिंग डिवीजन, इंजीनियरर्स व कांट्रैक्टर्स की सूची जारी की है. यह परफॉर्मेंस अक्टूबर 2023 से फरवरी 2024 के बीच कार्यशैली को देखा गया है. भागलपुर जिले में आरसीडी की 30-35 सड़कें हैं, जिसमें स्टेट हाइवे (एसएच), मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड (एमडीआर) व सामान्य सड़कें शामिल हैं.

एग्जीक्यूटिव व असिस्टेंट इंजीनियर भी टॉप फाइव परफॉर्मिंग की सूची से रहे बाहर

सड़कों को बनवाने और रखरखाव कराने के लिए इंजीनियरों की टॉप फाइव परफॉर्मिंग सूची में आरसीडी के भागलपुर डिवीजन के असिस्टेंट और एग्जीक्यूटिव इंजीनियर भी नहीं आ सके. कार्यशैली को देखकर जो परफाॅर्मिंग की सूची तैयार की गयी है, उसमें वे दोनों फिट नहीं बैठ सके.

टॉप फाइव सूची से ठेकेदार भी रहे बाहर

आरसीडी ने ओपीआरएमसी योजना में शामिल सड़कों के निर्माण व रखरखाव के लिए जिन दो कांट्रैक्टरों को रखा है, उसमें से एक भी टॉप फाइव परफॉर्मिंग कांट्रैक्टर की सूची में नहीं आ सका. जबकि, दोनों में एक वह ठेकेदार है, जिन्हें इस योजना के लिए पहले पांच साल के लिए रखा और उन्होंने इस कार्यकाल को जब पूरा कर लिया, तो अगले आठ साल के लिए जिम्मेदारी सौंपी है.

टॉप फाइव परफॉर्मिंग इंजीनियरर्स की सूची में सिर्फ जूनियर इंजीनियर, रैंक आया तीसरा

सड़कों को बनवाने और रखरखाव कार्य करवाने के लिए टॉप फाइव परफॉर्मिंग की सूची में आरसीडी के भागलपुर डिवीजन का सिर्फ जूनियर इंजीनियर आया है. उन्हें तीसरा रैंक मिला है. उनके कार्यशैली के आकलन के आधार पर रैंक मिला है.

एक दशक से एक ठेकेदार कर रहा आरसीडी की सड़कों का निर्माण व मेंटेनेंस

आरसीडी का एक ऐसा ठेकेदार है, जिन्हें पहले पांच साल के लिए ओपीआरएमसी योजना में शामिल सड़कों को बनाने और रखरखाव का काम दिया. यह टर्म जब पूरा हुआ, तो उन्हें आगे आठ साल के लिए जवाबदेही दे दी. इसमें भी उन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. यह योजना 2026 तक के लिए है. यानी, अभी दो साल तक वही ठेकेदार सड़कों को बनायेगा और रखरखाव करेगा.

जानें, क्या है ओपीआरएमसी योजना

सड़कों की रखरखाव नीति ओपीआरएमसी योजना है. इसमें सड़कों को शामिल कर पांच साल या इससे अधिक के लिए एकबार में ही कांट्रैक्टर को निर्माण व मेंटेनेंस की जवाबदेही सौंप दी जाती है. कांट्रैक्टर के लिए तय अवधि तक सड़कों का निर्माण व मेंटेनेंस कराते रहना अनिवार्य होता है.

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