पटना. कभी राम को काल्पनिक कहनेवाले बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी अब जयश्रीराम के नारे लगा रहे हैं. राम की चरणों में सिर झुकाने पटना से अयोध्या की ओर चल दिये हैं. कहा जा रहा है कि अब राम भरोसे ही उनकी चुनावी नैया है. जीतनराम मांझी का यह हृदय परिवर्तन एनडीए की ओर से लोकसभा के उम्मीदवार घोषित होने के बाद हुआ है.
रामलला के दर्शन के लिए मांझी अयोध्या रवाना
विपक्ष में रहते हुए उन्होंने भगवान राम को लेकर खूब सवाल उठाए थे, वहीं अब लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम की शरण में जा रहे हैं. शनिवार को रामलला के दर्शन के लिए वह अयोध्या निकले हैं. जीतनराम मांझी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा, ‘रामलला दर्शन के लिए निकल चुका हूं, अगली मुलाकात अयोध्या में होगी. जय श्री राम.’
किया था श्रीराम के अस्तित्व से इनकार
पिछले साल अप्रैल में उन्होंने नालंदा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि हम भगवान राम को नहीं मानते हैं. राम एक काल्पनिक व्यक्ति थे. हिंदू धर्म कभी नहीं सुधरेगा. इसमें इतना ऊंच-नीच, छुआछूत और गोत्र है कि इसी बहाने सब राज कर रहा है.
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गया से एनडीए के उम्मीदवार हैं मांझी
बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद भगवान राम को लेकर जीतनराम मांझी का रुख बदल चुका है. यही वजह है कि लोकसभा चुनाव में एनडीए का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद वह लगातार भगवान राम को लेकर नरम रुख अपनाए हुए है. 28 तारीख को पहले फेज के चुनाव के नामांकन का अंतिम दिन है. ऐसे में नोमिनेशन से पहले वह अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करेंगे, ताकि बीजेपी समर्थकों की नाराजगी को समाप्त किया जा सके.