JNU Election Result : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव के परिणाम आ चुके है. एकजुट वामपंथियों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को हराकर सभी चार सीटों पर कब्जा कर लिया है. जी हां, सभी चार केंद्रीय सीट – अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पर वामपंथियों का कब्जा रहा है. इस चुनाव में अध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में बिहार के पीएचडी छात्र धनंजय को जीत मिली है. कहा जा रहा है कि 28 साल बाद JNU को एक दलित छात्र संघ अध्यक्ष मिला है. आइए चर्चा करते है कि आखिर कौन है यह शख्स.
JNU Election Result: बिहार के गया के रहने वाले हैं धनंजय
चार साल के अंतराल के बाद हुए चुनाव में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आईसा) के धनंजय ने 2,598 वोट हासिल करके जेएनयूएसयू अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की, जबकि एबीवीपी के उमेश सी अजमीरा ने 1,676 मत प्राप्त किए. धनंजय बिहार के गया के रहने वाले हैं और बत्ती लाल बैरवा के बाद वाम से इस विश्वविद्यालय के छात्र संघ के पहले दलित अध्यक्ष चुने गए हैं. बैरवा 1996-97 में छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए थे.
‘अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखेंगे‘
जीत के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए धनंजय ने कहा, “यह जीत जेएनयू के छात्रों का इस बात को लेकर जनमत संग्रह है कि वे नफरत और हिंसा की राजनीति को खारिज करते हैं. हम उनके अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखेंगे और छात्रों से जुड़े मुद्दों पर काम करेंगे.” उन्होंने कहा, “परिसर में महिलाओं की सुरक्षा, कोष में कटौती, छात्रवृत्ति वृद्धि, बुनियादी ढांचा और जल संकट शुरुआत से ही छात्र संघ की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है.”
‘लाल सलाम’ और ‘जय भीम’ के नारों के बीच विजेता छात्रों का स्वागत
‘लाल सलाम’ और ‘जय भीम’ के नारों के बीच विजेता छात्रों का उनके समर्थकों ने स्वागत किया. उम्मीदवारों की जीत का जश्न मनाने के लिए छात्रों ने लाल, सफेद और नीले झंडे लहराए. स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के अविजीत घोष ने एबीवीपी की दीपिका शर्मा को 927 वोट से हराकर उपाध्यक्ष पद जीता. घोष को 2,409 वोट मिले जबकि शर्मा को 1,482 मत हासिल हुए. वाम समर्थित बिरसा आंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (बीएपीएसए) उम्मीदवार प्रियांशी आर्य ने एबीवीपी के अर्जुन आनंद को 926 वोट से हराकर महासचिव पद जीता. आर्य को 2,887 वोट मिले जबकि आनंद को 1961 मतों से संतोष करना पड़ा.
चारों पदों में साजिद की जीत का अंतर सबसे कम
यूनाइटेड लेफ्ट ने आर्य को अपना समर्थन तब दिया था जब चुनाव समिति ने उसकी उम्मीदवार स्वाति सिंह का नामांकन रद्द कर दिया, क्योंकि उनकी उम्मीदवारी को एबीवीपी ने चुनौती दी थी. संयुक्त सचिव पद पर वाम समूह के मोहम्मद साजिद ने एबीवीपी के गोविंद दांगी को 508 वोट से हराकर जीत हासिल की. चारों पदों में साजिद की जीत का अंतर सबसे कम है. चुनाव में जीत के साथ, वाम ने जेएनयू में अपना परचम लहराया. एबीवीपी ने कांटे की टक्कर दी और शुरुआती रुझानों में केंद्रीय पैनल के सभी चार पदों पर बढ़त हासिल की थी.