मुजफ्फरपुर.
बीआरएबीयू ने सभी अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों से परीक्षा फॉर्म वेरीफिकेशन करने के लिए अधिकृत शिक्षक- कर्मचारियों के बारे में जानकारी मांगी है. कॉलेजों से नाम के साथ ही मोबाइल नंबर भी मांगा गया है, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर सीधे संबंधित व्यक्ति से संपर्क किया जा सके. कई कॉलेजों से बगैर जांच किये सीधे परीक्षा फॉर्म विश्वविद्यालय भेज दिये जाने के कारण हर बार हजारों परीक्षार्थियों का रिजल्ट पेंडिंग हो जाता है. बार-बार निर्देश के बाद भी कोई सुधार नहीं होने पर विश्वविद्यालय की ओर से सख्ती बरतने की तैयारी है. पहली कड़ी में छात्र- छात्राओं के परीक्षा फाॅर्म का वेरीफिकेशन करने वालों की पहचान की जायेगी. अभी टीडीसी पार्ट टू की परीक्षा के लिए काॅलेजों में फाॅर्म भरा जा रहा है. इस प्रक्रिया में वेरीफिकेशन में लगे शिक्षकों-कर्मचारियों का मोबाइल नंबर और नाम विश्वविद्यालय को भेजना है. अब तक बगैर जांच के ही परीक्षा फाॅर्म को सीधे विश्वविद्यालय भेज दिया जाता है. इसके बाद विश्वविद्यालय के स्तर से एडमिट कार्ड जारी कर दिया जाता है. इसमें त्रुटि पकड़ में नहीं आती और परीक्षा के बाद रिजल्ट पेंडिंग हो जाता है. डीएसडब्ल्यू डाॅ अभय सिंह ने बताया कि सभी काॅलेजों से शिक्षकों- कर्मचारियों का मोबाइल नंबर और नाम मांगा गया है. बता दें कि विश्वविद्यालय के स्तर से हुई जांच में यह बात सामने आयी है कि काॅलेज फाॅर्म का सत्यापन सही तरीके से नहीं करते हैं. छात्र का पिछला रिकार्ड जांचे बगैर ही उसे अगली परीक्षा के लिए फाॅर्म भरवा दिया जाता है.