खूंटी़
तोरपा के अलंकेल में शुक्रवार को सरना धर्म सोतोः समिति बालो शाखा के तत्वावधान में सरना झंडागड़ी सह सरना धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. प्रार्थना सभा में गोपाल पहान, अभिमन्यु पहान और सोमा मुंडा की अगुवाई में सरना स्थल में सिंगबोंगा की पूजा-पाठ कर सुख, शांति और खुशहाली की कामना की गयी. मुख्य अतिथि रवि तिग्गा ने कहा कि सरना प्रकृति पर आधारित विश्व का सबसे पुराना धर्म है. अब सरना धर्म कोड के लिए करो या मरो के तर्ज पर राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में जोरदार आंदोलन चलाने की जरूरत है. हर हालत में सरना धर्म कोड जनगणना परिपत्र में आवंटित हो. जिप अध्यक्ष मसीह गुड़िया ने कहा कि 11 अप्रैल को पूरे प्रदेश में सरहुल है. सरकार ने इसके लिए राजपत्रित अवकाश घोषित किया है. अतः सरकारी छुट्टी का लाभ लेते हुए उसी दिन गांव-गांव में हर्षोल्लास के साथ सरहुल मनायें और शोभायात्रा निकाल कर प्रेम व भाईचारा का परिचय दें. मौके पर धर्मगुरु बगरय ओड़ेया, डाॅ सीताराम मुंडा, जयराम गुड़िया, मथुरा कंडीर, भैयाराम मुंडा, दुगलू मुंडा, रेश्मा मिंजुर, सुशीला कंडुलना, लुथड़ू मुंडा, दीना मुंडा, साबा बारजो, समिया ढोढ़राय सहित अन्य उपस्थित थे.