Lok Sabha Election 2024- मथुरा (Mathura) इस समय भाजपा का गढ़ बन चुकी है, लेकिन एक समय था, जब यहां अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनसंघ के टिकट पर अपनी जमानत जब्त करा बैठे थे. यह वर्ष था 1957 और यहां से निर्दलीय राजा महेंद्र प्रताप सिंह लगभग 95 हजार वोट पाकर सांसद बने थे. आज वह समय है, जब भाजपा यहां हैट्रिक (Lok Sabha Election 2024) लगाने की तैयारी कर रही है.
हेमा मालिनी दो बार से जीत रही
मथुरा (Mathura) लोकसभा सीट पर 2014 में हेमा मालिनी (Hema Malini) ने आरएलडी के जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) को हराया था. इसके बाद 2019 में एक बार फिर मथुरा से हेमा मालिनी 671293 वोट पाकर चुनाव जीती थीं. उन्होंने सपा-रालोद-बसपा गठबंधन के कुंवर नरेंद्र सिंह को हराया था. कांग्रेस यहां तीसरे स्थान पर रही थी. मथुरा सीट पर 1952 और 1957 में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी. 1962, 1967, 1971 में कांग्रेस ने जीत हासिल की. 1977 और 1980 में जनता पार्टी ने ये सीट जीती. इसके बाद 1984 में कांग्रेस ने फिर जीत ली थी. इसके बाद 1989 में मथुरा सीट जनता दल के खाते में गयी. इसके बाद 1991, 1996, 1998 और 1999 तक भाजपा, 2004 में कांग्रेस ने मथुरा सीट जीती थी. 2009 में भाजपा-आरएलडी गठबंधन हुआ, इसमें जयंत चौधरी मथुरा से सांसद चुने गये थे.
मथुरा का जातीय समीकरण
मथुरा (Mathura) में 18 लाख से अधिक मतदाता हैं. यहां सबसे अधिक जाट मतदाता हैं, जिनकी संख्या लगभग 3.5 लाख है. ब्राह्मण और क्षत्रिय तीन-तीन लाख की संख्या के साथ दूसरे नंबर पर हैं. जाटव और मुस्लिम यहां लगभग डेढ़-डेढ़ लाख हैं. यादव वोटर भी 70 हजार के करीब हैं. यहां अब तक चुने गये 17 सांसद में से 14 जाट बिरादरी के रहे हैं.
श्रीकृष्ण जन्म भूमि व ईदगाह मुद्दा है गर्म
मथुरा (Mathura) लोकसभा चुनाव में विकास, कल्याण, रोजगार व अन्य मुद्दों के अलावा श्रीकृष्ण जन्मभूमि ईदगाह मामला भी काफी असर डाल सकता है. हिंदू पक्ष श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में भी सर्वे की मांग को लेकर कोर्ट गया है. अभी इस मामले की सुनवाई लगातार चल रही है. वैसे भी अयोध्या, काशी मथुरा भाजपा के एजेंडे में है.
अब तक ये बने सांसद
1952 राजा गिरिराज शरण सिंह निर्दलीय
1957 राजा महेंद्र प्रताप निर्दलीय
1962 चौधरी दिगंबर सिंह कांग्रेस
1967 जीएसएसएबी सिंह निर्दलीय
1971 चक्रेश्वर सिंह कांग्रेस
1977 मनीराम बागड़ी लोकदल
1980 चौधरी दिगंबर सिंह बीजेपी
1984 मानवेंद्र सिंह कांग्रेस
1989 मानवेंद्र सिंह कांग्रेस
1991 स्वामी साक्षी जीबीजेपी
1996 चौधरी तेजवीर सिंह बीजेपी
1998 चौधरी तेजवीर सिंह बीजेपी
1999 तेजवीर सिंहबीजेपी
2004 मानवेंद्र सिंहकांग्रेस
2009 जयंत चौधरीआरएलडी
2014 हेमामालिनीबीजेपी
2019 हेमा मालिनीबीजेपी