Muzaffarpur जिला के अहियापुर थाना क्षेत्र के बड़ा जगन्नाथ में बंद घर में जिंदा जलकर बुजुर्ग जय नारायण मिश्रा (80) की मौत हो गयी. मृतक अपने घर में अकेला रहता था. मच्छर अगरबत्ती से आग लगने की संभावना जताई जा रही है. दिल्ली से बहू व पोती जब मंगलवार की सुबह साढ़े सात बजे पहुंची, कमरे का दरवाजा खोला तो बुजुर्ग जय नारायण मिश्रा फर्श पर जले पड़े थे. उनको देखते ही दोनों चीत्कार मारकर रोने लगे. घटना की सूचना मिलने के बाद सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जुट गयी.
मृतक के शव के पास मच्छर अगरबत्ती व माचिस मिला
अहियापुर थानेदार रोहन कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. कमरे में छानबीन के दौरान मृतक के शव के पास मच्छर अगरबत्ती व माचिस रखा मिला है. एफएसएल की टीम को भी बुलाकर साक्ष्य इकट्ठा किया गया है. पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार करके कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया. मृतक की बहू रीता देवी ने अहियापुर थाने के पदाधिकारी दारोगा विजय प्रसाद को अपना बयान दर्ज कराया है. इसमें बताया है कि उनके पड़ोसी सूरज कुमार ने तीन दिन पहले मोबाइल पर फोन करके सूचना दिया था कि उनके ससुर जय नारायण मिश्रा बीमार चल रहे हैं.
बहू के बयान पर यूडी केस दर्ज
वह दिल्ली से सेम डेट पर ट्रेन पकड़ने के लिए निकली. लेकिन, टिकट नहीं मिल पाया. मंगलवार सुबह जब वह दिल्ली से अपनी बड़ा जगन्नाथ स्थित घर पहुंची तो देखा कि उसका ससुर की जलकर मौत हो चुकी है. मेरा किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. आशंका है कि मच्छर अगरबत्ती से लगने से उनकी मौत हो गयी है. थानेदार रोहन कुमार ने बताया कि एक बुजुर्ग की जलकर मौत हो गयी है. मच्छर अगरबत्ती से आग लगने की संभावना है. बहू के बयान पर यूडी केस दर्ज किया जा रहा है.
पड़ोसी के साथ रात 11 बजे हुई थी
पुलिस की छानबीन में पता चला है कि मृतक जय नारायण मिश्रा ने सोमवार की रात करीब 11 बजे तक अपने पड़ोसी जितेंद्र मिश्रा से बातचीत की थी. इसके बाद वह अपने कमरे में सोने चले गए. सुबह जब जलकर मारने का हल्ला हुआ तो सभी पहुंचे. उस वक्त शव से धुंआ उठ ही रहा था. आशंका जतायी जा रही है कि सोये अवस्था में बेडशीट में आग पकड़ लिया होगा. उम्र ज्यादा होने के कारण वह भाग नहीं पाये. जमीन पर छटपटा कर जिंदा जलकर मर गए होंगे.
परिवार के सदस्य रहने लगे थे दिल्ली
मृतक की पोती कोमल कुमारी ने बताया कि उसके पिता अशोक मिश्रा की मौत के बाद उसकी मां, भाई समेत परिवार के सभी सदस्य दिल्ली में रहने लगे थे. वह अपने दादा जी को बार- बार दिल्ली चलने की बात कहती थी. लेकिन, वह तैयार नहीं होते थे. उनका कहना था कि बाद में दिल्ली चलेंगे. पड़ोसी से तबीयत खराब होने की सूचना मिलने के बाद वे लोग उनके अपने साथ दिल्ली ले जाने के लिए आये थे. लेकिन, उनकी जलकर मौत हो चुकी थी.
अगलगी से बच्ची की मौत
इधर, कांटी प्रखंड के सोती भेड़ियाही में भी अगलगी की घटना के दौरान डेढ़ साल की मासूम की जिंदा जल कर मौत हो गयी. सूचना मिलने पर दमकल की टीम मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पायी. मृतका की पहचान अखिलेश मल्लिक की पुत्री नेहा कुमारी के रूप में हुई. वह अपने नाना के घर आयी थी. वह मूल रूप से सरैया के सुपना गांव की रहने वाली थी.
ये भी पढ़े..
Munger News: मुंगेर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 5 मिनी गन फैक्ट्री समेत कई हथियार बरामद, 4 गिरफ्तार