सरकारी दवाएं फेंके जाने के 19 दिन बाद भी इस मामले का खुलासा नहीं हो सका है. गौरतलब है कि कांडी प्रखंड अंतर्गत सतबहिनी गेट से राजा घटहुआं गांव के रास्ते में 16 मार्च की सुबह काफी मात्रा में दवाएं गड्ढे में एल्बेंडाजोल व आयरन की गोली फोलिक एसिड फेंकी मिली थी. बताया गया कि इनमें 75 से 80 फीसदी दवाएं इस्तेमाल लायक थी. वहीं 20 से 25 फीसदी एक्सपायर दवाएं थी. दवा फेंके जाने की सूचना स्थानीय पत्रकारों ने कांडी थाना को दी थी. इसके बाद कांडी थाना पुलिस ने सभी दवाओं को बरामद कराया था. वहीं सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार व एलआरडीसी रबीश राज ने थाना जाकर दवाओं की जांच की थी. इसके बाद उपायुक्त शेखर जमुआर के निर्देश पर इस मामले में कांडी थाना में प्राथमिकी (कांड संख्या 26/24) दर्ज की गयी थी. लेकिन इसके बाद इस मामले में आजतक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है.
इस संबंध में सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने कहा कि मामले को लेकर एफआइआर दर्ज करा दिया गया है. आगे की कार्रवाई पुलिस को करनी है.
व्यस्तता की वजह से हो रही है देरी : थाना प्रभारीथाना प्रभारी गुलशन कुमार गौतम ने कहा कि इस गंभीर मामले को उन्होंने अपने प्रभार में लिया है. लेकिन चुनाव संबंधी कार्य व्यस्तता के कारण अग्रेतर कार्रवाई का समय नहीं मिल पा रहा है. इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी.