आसनसोल.
इसीएल सोदपुर एरिया अंतर्गत चिनाकुड़ी खदान एक व दो के पिट नम्बर दो में मंगलवार को गाइड रोप प्लेटफॉर्म के प्रतिस्थापन और मरम्मत कार्य के दौरान हुई हादसे में मारे गये दो ठेका श्रमिकों आकाश बाउरी (34) और अनिल यादव (64) के परिजनों को एक सप्ताह के अंदर नियमों के दायरे में सम्पूर्ण मुआवजा देने पर सहमति बनी. बुधवार को सुबह से ही सभी यूनियन और राजनीतिक पार्टियों के नेता अपने समर्थकों के साथ चिनाकुड़ी कोलियरी पहुंचे थे. मुआवजा को लेकर यूनियन नेता और प्रबंधन के बीच दोपहर 12 बजे से डेढ़ बजे तक बैठक चली. जिसमें निर्णय हुआ कि मृतक के आश्रित या कानूनी उत्तराधिकारी को अनुग्रह राशि के तौर पर 15 लाख रुपये का भुगतान नोटिस इनवाईटिंग टेंडर (एनआइटी) के गाइडलाइन के आधार पर करना होगा. आश्रित पत्नी को सोदपुर एरिया में ठेका पर नौकरी, मृतक ठेका कर्मियों के अंतिम संस्कार के लिए तत्काल 50 हजार रुपये का भुगतान, मृतक ठेका कर्मियों के बच्चों के शिक्षा के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया गया. आधार, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, वोटर कार्ड, मृत्यु प्रमाणपत्र आदि प्रासंगिक दस्तावेज जमा करने के सात दिनों के अंदर मुआवजा की राशि का भुगतान किया जाएगा. इस निर्णय को लेकर तैयार समझौता पत्र में केकेएससी (आइएनटीटीयूसी) के हरेराम सिंह, सीएमसी (एचएमएस) के जयंत कुमार मित्रा, यूटीयूसी के पथिक बनर्जी, सीएमएस (एटक) के जानकी साव, केएससी (बीएमएस) के महेंद्र गुप्ता, पश्चिम बंग बाउरी समाज उन्नयन समिति के सपन कुमार दास, प्रबंधन की ओर से चुनाकुड़ी ग्रूप के एजेंट, चिनाकुड़ी के प्रबंधक, एरिया कार्मिक प्रबंधक ने हस्ताक्षर किया. गौरतलब है कि मंगलवार अपरान्ह में चिनाकुड़ी खदान एक व दो के पिट नम्बर दो में एक दुर्घटना हुई, जिसमें उक्त दो ठेका श्रमिकों की मौत हो गयी थी. शव को पुलिस ने जब्त किया. बुधवार को शवों का पोस्टमार्टम हुआ. घटना के बाद से सभी यूनियन और राजनीतिक पार्टी के नेता यहां पहुंचे थे. रात हो जाने के कारण प्रबंधन के साथ यूनियन नेताओं की बैठक नहीं हो पायी. सुबह से पुनः सभी चिनकुड़ी कोलियरी परिसर में जमा हुए. पूर्व सांसद सह सीटू के जिला सचिव बंशगोपाल चौधरी, कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस (आइएनटीटीयूसी) के महासचिव सह जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह, कुल्टी के विधायक सह भाजपा नेता डॉ. अजय पोद्दार, भाजपा के जिलाध्यक्ष बप्पा चटर्जी आदि वहां अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे. इसके अलावा कोलियरी से जुड़े सभी श्रमिक संगठन के नेता भी मौजूद थे. मृतक के परिजन भी वहां पहुंचे थे. सभी का रो-रो कर काफी बुरा हाल था. विधायक श्री पोद्दार मुआवजा को लेकर फैसला नहीं होने तक पिट के समक्ष ही धरना पर बैठे रहे.डेढ़ घंटे तक चली बैठक में एनआइटी के गाइडलाइन के आधार पर मुआवजा पर सहमति बनी और लिखित समझौतापत्र पर हस्ताक्षर हुआ. इस घटना से पुनः एकबार कार्य के दौरान सेफ्टी के नियमों की अनदेखी का मामला सामने आया है. दुर्घटना की जांच शुरू हुई है.