खूंटी
रमजान के अलविदा जुमा की नमाज शुक्रवार को अदा की गयी. जामा मस्जिद कर्रा रोड खूंटी में इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी, मस्जिद ए जोहरा पाशा कॉलोनी में हाफिज साजिद, मदीना मस्जिद जन्नत नगर में मौलाना अयाज अहमद खान, मस्जिद ए कौसर में मौलाना जमालुद्दीन कासमी और मदरसा अरबिया इस्लामिया कसीमुल उलूम आजाद रोड खूंटी में हाफिज हुजैफा ने नमाज अदा करायी. अलविदा जुमे को लेकर शुक्रवार को शहर के सभी मस्जिदों में नमाजियों की संख्या और दिनों के मुकाबले ज्यादा रही. सभी रोजेदारों ने वतन में शांति और खुशहाली की दुआ मांगी. अंजुमन इस्लामिया के सचिव खालिद हुसैन ने कहा कि शनिवार को तरावीह पूरी हो जायेगी. उसके बाद शूरा तरावीह की नमाज चांद दिखने तक होगी. उन्होंने बताया कि रमजान महीना अगर 29 दिनों का हुआ तो चांद नौ अप्रैल को दिखेगा और ईद 10 अप्रैल को मनायी जायेगी. अगर रमजान 30 दिनों का हुआ तो ईद 11 अप्रैल गुरुवार को मनायी जायेगी. उन्होंने सभी से शांतिपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में ईद का त्योहार मनाने की अपील की है.
ईद के नमाज का समय मुकर्रर
ईद के अवसर पर जामा मस्जिद खूंटी में दो जमात में नमाज अदा की जायेगी. पहली जमात सुबह 8.30 बजे होगी. जिसकी इमामत जामा मस्जिद की इमाम मोहिबुल्लाह नदवी करेंगे. दूसरी जमात 9.15 सुबह में होगी जिसकी इमामत हाफिज जमील करेंगे. मस्जिद ए जोहरा में ईद की नमाज सुबह 8.45 बजे होगी. जिसकी इमामत हाफिज साजिद करेंगे. मस्जिद ए कौसर में भी ईद की नमाज 8.45 बजे सुबह में होगी. जिसकी इमामत मौलाना जलालुद्दीन कासमी करेंगे. जन्नत नगर के मदीना मस्जिद में भी दो जमात में नमाज अदा की जायेगी. पहली जमात सुबह 7.45 बजे होगी. जिसकी इमामत अयाज अहमद खान करेंगे. वहीं मौलाना महबूब आलम की इमामत में दूसरी जमात की नमाज सुबह 8.45 बजे होगी.
सिल्दा में अलविदा जुमे में रोजेदारों की भीड़
अलविदा जुमे को लेकर खूंटी के सिल्दा गांव स्थित मस्जिद-ए-अक्सा में बड़ी संख्या में नमाजी पहुंचे. रोजेदारों ने अलविदा जुमे की नमाज अदा की. मौलाना शफीक आलम ने तकरीर में रमजान और रोजा के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी. सिल्दा अंजुमन के सेक्रेटरी जुबेर अहमद ने बताया कि अलविदा जुमे में पूरे मुल्क के लिए अमन, चैन और खुशहाली के लिए दुआ मांगी गयी.
कर्रा के मस्जिदों में हुई अलविदा जुमा की नमाज
प्रखंड के कर्रा, बिरदा, लोधमा, गोविंदपुर, बरवादाग मस्जिद में रमजान माह के अलविदा जुमा की नमाज अदा की गयी. जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए. सभी ने अपने रोजा को कबूल करने, नेकी की राह पर चलने, गुनाहों को माफ करने की दुआएं मांगी. इसके अलावा सभी की बरकत, अमन-चैन के लिए दुआएं मांगी गयी.