सारठ (देवघर): झारखंड के देवघर जिले के खागा थाना क्षेत्र अंतर्गत मुर्गाबनी गांव के समीप मवेशियों से लदा कंटेनर पलट गया. इसमें कंटेनर में लदे 30 से अधिक मवेशी मर गये. यह हादसा मिश्राडीह-बीरमाटी-चितरा मुख्य पथ के पास हुई. ग्रामीणों व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सारठ की ओर से कंटेनर तेज रफ्तार से जा रहा था. गश्ती दल को देखते ही तेज गति से भगाने के चक्कर में चालक का संतुलन खो गया और कंटेनर पलट गया. सुबह के करीब पांच बजे पुलिस ने दो जेसीबी मंगवाकर कंटेनर सीधा करवाया. कंटेनर बाहर से पूरी तरह सील था. इस मामले में पुलिस ने बिहार के तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि इन मवेशियों को बांग्लादेश में तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था.
11 मवेशी मिले जीवित
पुलिस ने कंटेनर खोला तो उसमें 30 से अधिक मवेशी मृत पड़े थे. वहीं दो की हालत गंभीर बनी हुई थी. कंटेनर में 11 मवेशी जीवित पाये गये. पुलिस ने गया जिला के बाराचट्टी थानांतर्गत सरमा बाजार निवासी कंटेनर के चालक अरशद खान, कैमूर जिले के मोहनिया थानांतर्गत बेलोरी निवासी सरफराज कुरैशी एवं शमशाद कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस तीनों को कस्टडी में लेकर थाने ले आयी है.
दम घुटने से मवेशियों की मौत की आशंका
ग्रामीणों ने बताया कि कंटेनर के अंदर पशुओं को क्रूरता से बांध कर रखा गया था. संभवत: दम घुटने से मौत हुई होगी. घटनास्थल पर पहुंचे खागा थाना प्रभारी मणिलाल सिंह एवं सारठ थाना प्रभारी सूरज कुमार ने हिरासत में तीनों आरोपियों से पूछताछ की. वहीं, सभी मृत मवेशियों को ट्रैक्टर में लाद कर सिरसिया पहाड़ के पास दफना दिया गया. इस पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी भी पुलिस द्वारा करायी गगी है. इधर, पुलिस ने बताया कि एसपी को इसकी गुप्त सूचना मिली थी. इसके बाद उस रास्ते पर गश्ती लगायी थी.
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बिहार से तस्करी कर मवेशियों को ले जाया जा रहा था बांग्लादेश
जानकारी के अनुसार, बिहार से तस्कर इन पशुओं को बांग्लादेश ले जा रहे थे. लोगों के अनुसार, इस प्रकार के कंटेनर बराबर इस रास्ते से गुजरते रहते हैं. कंटेनर पलटने के बाद पता चला कि, इसमें मवेशी भी रहते हैं. चुनाव को लेकर वर्तमान समय में कई जगहों पर चेकनाका लगाया गया है, इसके बावजूद बिहार से मवेशी लदा कंटेनर कई थाना क्षेत्रों से होकर गुजरते हुए यहां तक कैसे पहुंच गया, यह बड़ा सवाल बना हुआ है.
मेडिकल टीम ने पशुओं का किया इलाज
ऊपरबंधा एवं पालाजोरी की तीन सदस्यीय चिकित्सकों की की टीम ने सभी जीवित मवेशियों का इलाज किया. पशु चिकित्सक अशोक दास ने बताया कि सभी मृत मवेशियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी जायेगी. नियम के अनुसार, जीवित पशुओं का जिम्मा किसी किसान परिवार को दिया जायेगा.