रांची.
आज से वासंतिक नवरात्र शुरू हो रहा है. हिंदू नववर्ष भी शुरू हो जायेगा. मंगलवार से विक्रम संवत् 2081 और शक संवत् 1946 शुरू हो रहा है. पिंड़गल नामक चैत्र नवसंवत्सर प्रारंभ हो रहा है. इस वर्ष का राजा भौम है. पहले दिन सुबह स्नान-ध्यान कर घरों के ऊपर ध्वजारोहण और पंचांग का फल श्रवण करने और दान का विशेष महत्व है. आज मां के पहले स्वरूप शैलपुत्री की पूजा होगी. सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग मिल रहा है. मां की पूजा नौ दिनों तक होगी. कोई भी तिथि क्षय अथवा वृद्धि नहीं है. आज रात 9:43 बजे तक प्रतिपदा है. वहीं दिन के 11: 35 से 12:24 बजे तक अभिजित मुहूर्त है. इस दिन अश्विनी नक्षत्र का संयोग भी मिल रहा है. 15 अप्रैल को निशिथकालीन अष्टमी मिलने के कारण इसी दिन रात में महानिशा पूजा होगी. 16 अप्रैल को उदयाकालीन अष्टमी मिलने के कारण महाअष्टमी का व्रत होगा. साथ ही संधि बली दी जायेगी. 17 अप्रैल को नवमी है, जिस दिन रामनवमी का त्योहार मनाया जायेगा. वहीं 18 अप्रैल को दशमी है.