बरेली: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) मंगलवार को पीलीभीत में चुनावी जनसभा को संबोधित करने मंच पर पहुंच चुके हैं. उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भी हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत नवरात्रित की शुभकामनाओं से की. उन्होंने इंडी गठबंधन के सपा कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. सिखों को 1984 के दंगों की याद दिलाई. तो अफगानिस्तान से आए सिखों को भारतीय नागरिकता देने के कांग्रेस के विरोध की बात भी कही. गौरतलब है कि पीलीभीत से यूपी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद लोकसभा प्रत्याशी बनाए गए हैं. इसके अलावा बरेली से प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार भी मंच पर पहुंच चुके हैं. वरुण गांधी इस जनसभा में मौजूद रहेंगे या नहीं इसको लेकर संशय बना हुआ है. क्योंकि वरुण गांधी के बगावती तेवर को देखते हुए उनका टिकट काटा गया था. उनकी जगह जितिन प्रसाद को पीलीभीत से टिकट दिया गया है.
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई
पीएम मोदी की विजिट को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी गई है. हेलीपैड से लेकर जनसभा पंडाल तक 45 पुलिस अधिकारी व जिला प्रशासन के अधिकारी, 102 इंस्पेक्टर, 255 एसआई, 45 महिला एसआई, पांच कंपनी पीएसी, एक कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स, 1400 सिपाही ड्यूटी पर लगाए गए हैं. हाईवे पर यातायात रोक दिया गया है.
पीलीभीत से मेनका और वरुण गांधी का है खास रिश्ता
पीलीभीत लोकसभा सीट से मेनका गांधी और वरुण गांधी का खास रिश्ता है. वरुण गांधी यहां से टिकट कटने के बाद से शांत हैं. उन्होंने पीलीभीत की जनता के लिए एक चिठ्ठी लिखी थी. इसके बाद से उनका न तो एक्स पर कोई बयान आया है और न ही वो कहीं दिख रहे हैं. ये अलग बात है कि मेनका गांधी लगातार अपने बयान में वरुण का जिक्र कर रही हैं. उन्होंने कहा है कि वरुण समझदार हैं. उन्हें क्या करना है, ये वो जानते हैं.
19 अप्रैल को है मतदान
पीलीभीत में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है. 2014 में पीलीभीत से मेनका गांधी और 2019 में वरुण गांधी संसद पहुंचे थे. बीजेपी के सत्ता में आने के बाद तीसरे चुनाव में पीलीभीत से गांधी परिवार को टिकट नहीं मिला है. मेनका गांधी 1989 से यहां चुनाव लड़ती आ रही है.