प्रधानखंता में सीआरपीएफ जवानों ने मनाया शौर्य दिवस मनाया
बलियापुर.
प्रधानखंता स्थित सीआरपीएफ 154 वाहिनी कैंप परिसर में मंगलवार को शौर्य दिवस मनाया गया. सर्वप्रथम शहीद जवानों की वीरता को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. मुख्य अतिथि वाहिनी के उप महानिरीक्षक श्री अच्युतानंदन ने शौर्य दिवस पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1965 में पाकिस्तानी सेना की इन्फेंट्री ब्रिगेड ने भारतीय सीमा पर सरदार एवं टॉक पोस्ट पर तैनात सीआरपीएफ की दो बटालियन की चार कंपनियों पर आक्रमण किया था. सीआरपीएफ के जवानों ने पाकिस्तानी सेना का प्रतिरोध करते हुए आक्रमण को विफल कर दिया था. सीआरपीएफ जवानों ने 34 पाकिस्तानी जवानों को मौत के घाट उतार दिया था. चार जवानों को जिंदा पकड़ा था. इसमें सीआरपीएफ के आठ जवानों ने शहादत दी थी. 19 जवानों को पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था. जवानों के दृढ़ संकल्प व शौर्य के कारण ही पाकिस्तानी सेना की इन्फेंट्री ब्रिगेड को खाड़ी में 12 घंटे से अधिक समय तक रोके रखा था, जो मिलिट्री युद्ध इतिहास में मिसाल है. समारोह में 154 वाहिनी के सात अधिकारियों एवं कर्मियों को सराहनीय कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र कमेंडेशन डिस्क प्रदान किया गया. इस दौरान जवानों व अधिकारियों के बीच वॉलीबॉल प्रतियोगिता हुई. मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी राजेश कुमार सिंह, डिप्टी कमांडेंट विनीता कुमारी, असिस्टेंट कमांडेंट संजीव कुमार सरोज सहित दर्जनों शामिल थे.