बोकारो. 26वीं वाहिनी सीआरपीएफ चास की ओर से मंगलवार को शौर्य दिवस मनाया गया. कमांडेंट राजीव रंजन ने दिवस की महत्ता के बारे में सैनिकों को जानकारी दी. उन्हें बहादुरी की गौरवशाली परंपरा को कायम रखने के लिए प्रेरित किया. श्री रंजन ने कहा : नौ अप्रैल 1965 को सुबह 3.30 बजे पाकिस्तानी सेना की इन्फेन्ट्री ब्रिगेड द्वारा गुजरात के रन ऑफ कच्छ में ‘सरदार’ व ‘टाक’ चैकियों पर हमला कर दिया गया था. बल की दो कंपनी के जवानों ने दिलेरी से सामना किया. उनके हमले को निष्फल कर दिया. बल ने 34 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया. बल के जवानों ने चार को बंधक बना लिया. जो अब तक सैन्य इतिहास में अद्वितीय कार्य है. श्री रंजन वाहिनी के वीरता के लिए पुलिस पदक व विशेष सेवाओं के लिए प्राप्त पदक विजेताओं का नाम पढ़कर सुनाया गया. शहीद जवानों के वीर नारियों को बुलाकर श्री रंजन द्वारा सम्मानित किया गया. उनकी समस्याओं व जरूरतों पर गौर किया. मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी नारायण बलाई, उप कमांडेंट प्रतिभा यादव, चिकित्सा अधिकारी डॉ ऋषभ शेखर आदि मौजूद थे. दूसरी ओर 59 वां शौर्य दिवस का आयोजन ऑप्स रेंज बोकारो में सीआरपीएफ के पुलिस उप महानिरीक्षक ब्रजेश सिंह की अध्यक्षता में मनाया गया. श्री सिंह ने वाहिनी के जवानों की असाधारण वीरता, अद्वितीय साहस, अनुकरणीय धैर्य व बलिदान की कहानी सभी जवानों को बतायी. इस अवसर पर वीर शहीदों की याद में दो मिनट की मौन रखते हुए शहादत को याद किया. मौके पर उप कमांडेंट विनोद कुमार यादव सहित बल के अधीनस्थ अधिकारियों व जवान मौजूद थे.
सीआरपीएफ ने मनाया शौर्य दिवस, शहीदों काे किया याद
सीआरपीएफ 26 वीं बटालियन चास ने मनाया शौर्य दिवस
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