बुधवार की रात्रि 10 बजे सिमरी बख्तियारपुर, बनमा समेत तीन थानों की पुलिस ने की छापेमारी,कई वर्षों से चल रहा था कारोबार, आधे दर्जन लोगों को लिया गया हिरासत में
क्या है पूरा मामला
दरअसल बुधवार की देर रात्रि सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी मनोज कुमार ठाकुर को गुप्त सूचना मिली कि बनमा ईटहरी थाना क्षेत्र के लक्ष्मीनिया गांव में मिनी गन फैक्ट्री का कारोबार चल रहा है. पुलिस ने तत्काल टीम गठित की और सिविल ड्रेस में तस्कर के पास पहुंची और हथियार की मांग की. इसके साथ ही एक लाख 40 हजार रुपये में कार्बाइन की सौदेबाज़ी भी पुलिस के बीच हो गयी. इतना नहीं पुलिस ने हथियार उपलब्धता के तौर पर फैक्ट्री तक पहुंच बना ली. जिसके बाद टीम के सदस्यों द्वारा छापेमारी की गयी. छापेमारी के क्रम में एसएलआर, कार्बाइन, देसी राइफल, दोनाली बंदूक, कट्टा, जिंदा कारतूस के साथ विध्वंसक बम व उपकरण बरामद किया गया है. ऐसा माना जाता है कि गांव के गांव इस विध्वंसक बम से तबाह किया जा सकता था. थाना से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित लक्ष्मीनिया गांव में लंबे समय से चल रहे मिनी गन फैक्ट्री की भनक स्थानीय पुलिस को नहीं लग पायी. लेकिन सिमरी बख्तियारपुर पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दिया और विनाशकारी हथियार के साथ आधे दर्जन तस्कर को भी गिरफ्तार कर लिया.
लोगों को याद आया हथमंडल मिनी गन फैक्ट्री
7 अगस्त 2020 को एसटीएफ व स्थानीय पुलिस की भारी-भरकम कार्रवाई में हथमंडल गांव में मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था. जिसमें निर्मित और अर्धनिर्मित कट्टा, पिस्टल और देसी राइफल बरामद किया गया था. मालूम हो कि सहरसा और खगड़िया का सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण जहां पुलिस गश्ती के नाम पर औपचारिकता अदा कर रही है. वहीं दूरूह इलाका होने का लाभ उठाकर हथियार तस्कर काफी फल-फूल रहे हैं.
फोटो – सहरसा 16 व 17 – पुलिस द्वारा छापेमारी के क्रम में बरामद हथियार