बगोदर. बाल विवाह मुक्त अभियान के तहत शुक्रवार को बगोदर प्रखंड के हरिहरधाम मंदिर में जागरूकता अभियान चलाया गया. बाल विवाह मुक्त अभियान की सहयोगी संस्था वनवासी विकास आश्रम के सदस्यों ने मंदिर के पुजरियों व प्रबंधकों को जागरूक किया, ताकि अनजाने में भी बाल विवाह न होने पाए. इसके लिए शादी योग्य जोड़ियों की पहचान के लिए आवश्यक दस्तावेजों को प्राप्त कर रखने की जानकारी दी गयी. बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के जिला समन्वयक उत्तम कुमार ने कहा कि अक्षय तृतीया एक अत्यंत शुभ दिन है. यह दिन विवाह सहित जीवन में नयी शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है. अक्षय तृतीया पर हर साल कई शादियां होती हैं. इस दिन विवाह मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है. कई लोग सामुदायिक विवाह का आयोजन करते हैं. ऐसे में बाल विवाह को खत्म करने के लिए 300 से अधिक जिलों में एक साथ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. वनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश कुमार शक्ति ने कहा कि अभियान से जुड़े स्वयंसेवक मंदिरों व मस्जिदो में जाकर पंडितों, पुरोहितों और मौलाना को जागरूक कर रहे हैं. यदि उम्र का वेरिफिकेशन किये बिना बाल विवाह कराते हैं, तो बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत आपको दो वर्ष की सजा एवं एक लाख जुर्माना या दोनों हो सकती है. हरिहरधाम मंदिर प्रबंधक भीम यादव ने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ मंदिर प्रबंधन हमेशा आवाज उठाता रहा है. जरूरी कागजात की जांच के विवाह के लिए रसीद नहीं काटा जाता है. मौके पर महेंद्र तिवारी, भागीरथी देवी, यशोदा देवी, रवि कुमार,राज कुमार दास,उदय सोनी अन्य मौजूद थे.
BREAKING NEWS
हरिहरधाम में चला बाल विवाह मुक्त अभियान
बाल विवाह मुक्त अभियान के तहत शुक्रवार को बगोदर प्रखंड के हरिहरधाम मंदिर में जागरूकता अभियान चलाया गया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement