रांची (मुख्य संवाददाता). चैती छठ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार से शुरू हो रहा है. इस दिन नहाय खाय है. सुबह में स्नान ध्यान करने के बाद व्रती चावल-दाल और लौकी की सब्जी तैयार कर भगवान को अर्पित करेंगे. इसके बाद खुद ग्रहण करेंगे. फिर प्रसाद स्वरूप इसका वितरण किया जायेगा. इस दिन शाम 4:49 बजे चतुर्थी तिथि मिल रही है. इस कारण भक्ताें को पूजा करने के लिए पर्याप्त समय मिल रहा है. श्यामनंद पांडेय ने कहा कि इस दिन रोहिणी नक्षत्र, आयुमान योग और मित्र योगा मिल रहा है. इस कारण यह दिन और भी शुभ है. शनिवार को खरना है. इस दिन छठ व्रती दिनभर उपवास करने के बाद शाम 6:16 बजे पूजा कर खीर-रोटी का भोग लगा कर प्रसाद ग्रहण करेंगे. इसके बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जायेगा. मालूम हो कि रविवार को भगवान सूर्य का दिन होता है. इस दिन उनकी पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन दोपहर 3:31 बजे तक षष्ठी तिथि मिल रही है. इस दिन शाम को विभिन्न जलाशयों में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा. वहीं, सोमवार को उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा. इसके साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जायेगा.
किस दिन क्या होगा
12 अप्रैल को नहाय खाय, 13 अप्रैल को खरना, 14 अप्रैल को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य व 15 अप्रैल को उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य होगा.