26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

केशरिया के गढ़ में सर्वाधिक पांच बार जीते रीतलाल, दो बार कांग्रेस को मिला मौका

कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. एनडीए और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है.

कोडरमा लोस क्षेत्र : 42 साल में 12 चुनाव और छह राजनीतिक दलों ने किया प्रतिनिधित्वरोचक तथ्य : तीन अलग-अलग पार्टियों से पांच बार सांसद बने रीतलाल सर्वाधिक छह बार भाजपा की झोली में आयी कोडरमा सीट छह बार जीती भाजपा का लोस में चार ने किया प्रतिनिधित्व सूरज सिन्हा, गिरिडीह. कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. एनडीए और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है. सभी क्षेत्र में चुनावी फिजां तैयार होने लगी है. जनगोलबंदी को लेकर ताकत झोंकी जा रही है. नीति-सिद्धांत व विकास के मुद्दे को लेकर मतदाताओं को रिझाने की कोशिश की जा रही है. केशरिया का गढ़ रहा है क्षेत्र : कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा सीट है. इनमें चार विधानसभा सीट गिरिडीह जिले में और एक-एक सीट क्रमश: कोडरमा और हजारीबाग जिले में अवस्थित हैं. इस संसदीय क्षेत्र के लिए नामांकन प्रक्रिया गिरिडीह में होने के साथ-साथ मतगणना भी गिरिडीह स्थित बाजार समिति प्रांगण में होती है. इस लोकसभा क्षेत्र की छह विधान सभा सीटों में गांडेय, जमुआ, धनवार व बगोदर गिरिडीह जिले में, कोडरमा विस क्षेत्र कोडरमा जिले में और बरकट्ठा विस सीट हजारीबाग जिला में है. कोडरमा लोस सीट केशरिया का गढ़ रही है. यहां से भाजपा के उम्मीदवारों ने सर्वाधिक बार जीत हासिल की है. लिहाजा केशरिया के गढ़ को भेद पाना इंडिया गठबंधन के लिए चुनौती ही है. पहले चुनाव में गिरिडीह के पूर्व सांसद को हराकर रीतलाल बने सांसद : जानकारी के मुताबिक इस लोस क्षेत्र के पहले लोस चुनाव (1977) में भारतीय लोकदल के प्रत्याशी रीतलाल प्रसाद वर्मा ने जीत हासिल की थी. उन्होंने उस वक्त कांग्रेस के चपलेंदु भट्टाचार्य को पराजित किया था. 1980 में रीतलाल जनता पार्टी से चुनाव लड़े और जीते. 1984 में कांग्रेस के प्रत्याशी तिलकधारी प्रसाद सिंह ने भाजपा के प्रत्याशी रीतलाल प्रसाद वर्मा को पराजित किया था. हालांकि इसके बाद वर्ष 1989 के चुनाव में भाजपा के रीतलाल प्रसाद वर्मा ने कांग्रेस के तिलकधारी प्रसाद सिंह को हराकर पुन: जीत हासिल की. 1991 में जनता दल के मुमताज अंसारी को जीत मिली. वर्ष 1996 के चुनाव में भाजपा के रीतलाल प्रसाद वर्मा ने जनता दल के प्रत्याशी रमेश प्रसाद यादव को हराकर जीत हासिल की. 1998 में पुन: भाजपा के रीतलाल प्रसाद वर्मा को जीत मिली. 1999 के चुनाव में कांग्रेस के तिलकधारी प्रसाद सिंह ने भाजपा के रीतलाल प्रसाद वर्मा को हराया था. वर्ष 2004 में भाजपा से बाबूलाल मरांडी चुनाव लड़े और जीते. इसके बाद श्री मरांडी ने भाजपा से अलग होकर नयी पार्टी जेवीएम का गठन किया. वर्ष 2009 के चुनाव में बाबूलाल मरांडी ने जेवीएम के टिकट से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाकपा माले के राजकुमार यादव थे. वर्ष 2014 में भाजपा प्रत्याशी रवींद्र कुमार राय ने जीत हासिल की. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने श्री राय का टिकट काटकर अन्नपूर्णा देवी को मैदान में उतारा और उन्होंने जेवीएम के बाबूलाल मरांडी को पराजित किया था. इधर, एनडीए गठबंधन के तहत 2024 के लोस चुनाव में पुन: भाजपा ने बतौर प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को चुनावी मैदान में उतारा है. इंडिया गठबंधन ने बगोदर से भाकपा माले विधायक विनोद कुमार सिंह यहां से प्रत्याशी बनाया है. कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के चुनाव परिणाम क्र सं. वर्ष – निर्वाचित प्रत्याशी – दल – कुल वोट 1. 1977 – रीतलाल प्रसाद वर्मा – बीएलडी – 169387 2. 1980 – रीतलाल प्रसाद वर्मा – जेएनपी – 108236 3. 1984 – तिलकधारी सिंह – कांग्रेस – 208731 4. 1989 – रीतलाल प्रसाद वर्मा – भाजपा – 243805 5. 1991 – मुमताज अंसारी – जनता दल – 162419 6. 1996 – रीतलाल प्रसाद वर्मा – भाजपा – 243295 7. 1998 – रीतलाल प्रसाद वर्मा – भाजपा – 280635 8. 1999 – तिलकधारी प्रसाद सिंह – कांग्रेस – 273808 9. 2004 – बाबूलाल मरांडी – भाजपा – 36665610. 10. 2009 – बाबूलाल मरांडी – जेवीएम – 199462 11. 2014 – रवींद्र कुमार राय – भाजपा – 365410 12. 2019 – अन्नपूर्णा देवी – भाजपा – 753016

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें