अयोध्या: रामनवमी पर (Ayodhya Ram Mandir) रामलला का सूर्य तिलक होगा. वैज्ञानिकों ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. ट्रायल भी सफल रहा है. इसके अलावा भोग, आरती और दर्शन के समय में बदलाव होगा. श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए ये व्यवस्था की जा रही है. 15 से 17 अप्रैल तक राम मंदिर के कपाट सुबह पांच बजे खोले जाएंगे. इसलिए रामलला को 3.30 बजे जगाया जाएगा. अभी रामलला को जगाने का समय 5 बजे हैं. सुबह 5 बजे श्रृंगार आरती होगी. जन्म आरती दोपहर 12 बजे होगी. भोग आरती 12.30 बजे होगी. 12.50 बजे फिर दर्शन शुरू किए जाएंगे. संध्या आरती शाम को 6.15 बजे होगी. 10 मिनट के लिए दर्शन रोके जाएंगे और पर्दा लगेगा. शयन आरती भक्तों की भीड़ के अनुसार तय किया जाएगा.
पीले रत्न जड़ित वस्त्र पहनेंगे रामलला
मुख्य पुजारी संतोष तिवारी के अनुसार रामनवमी पर रामलला सोने, चांदी व रत्नों से जड़े पीले वस्त्र पहनेंगे. ये वस्त्र मशहूर डिजाइनर मनीष त्रिपाठी तैयाकर कर रहे हैँ. मूर्ति को सोने का मुकुट पहनाया जाएगा. पांच कुंतल प्रसाद का भोग लगेगा. इसमें पांच तरह की पंजीरी भी होगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व जिला प्रशासन के साथ बैठक में ये व्यवस्था तय की गई है.
सूर्य तिलक का ट्रायल सफल
रामनवमी 17 अप्रैल को दोपहर 12 बजे सूर्य किरणों से रामलला का तिलक होगा. इसका ट्रायल सफल हो गया है. अब रविवार 14 अप्रैल को एक बार फिर सूर्य तिलक का ट्रायल सफल होगा. श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने सूर्य तिलक के सफल ट्रायल का वीडियो जारी किया है. इसमें मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास रामलला की आरती उतार रहे हैं. साथ में सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर तिलक कर रही हैं. इसके लिए रूड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स बंगलुरु के वैज्ञानिकों ने तकनीकी व्यवस्था की है. चार मिनट तक सूर्य की किरणें रामलला का तिलक करेंगे.