WB News : पश्चिम बंगाल में ईडी की ओर से बताया गया कि राशन वितरण घोटाले (Ration Distribution Scam) में गिरफ्तार पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, व्यवसायी बकीबुल रहमान उर्फ बकीबुर और बनगांव नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन शंकर आध्या से जुड़ी 150 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की गयी है. तीनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. ईडी ने एक बयान में कहा है कि कुर्क की गयी संपत्तियों में आरोपियों से जुड़े लोगों और संस्थाओं की 48 अचल संपत्तियां शामिल हैं.इन संपत्तियों में बोलपुर और साॅल्टलेक स्थित मल्लिक के आवासन, उनके करीबी सहयोगियों के नाम पर कई अन्य बेनामी संपत्तियां, कोलकाता और बेंगलुरु में रहमान के दो-दो होटल, विभिन्न बैंकों में जमा राशि सावधि जमा शामिल हैं.
ईडी ने किये कई बड़े खुलासे
ईडी की जांच में यह भी पता चला है कि मल्लिक ने कथित तौर पर करोड़ों रुपये से अधिक की इन अचल संपत्तियों में से कुछ को अपने परिवार के सदस्यों या करीबी सहयोगियों के नाम पर ‘उपहार’ के रूप में प्राप्त किया था. ईडी ने कहा कि कुर्क की गयी इन संपत्तियों की दस्तावेजी कीमत करीब 50.47 करोड़ रुपये है, जबकि इनका बाजार मूल्य 150 करोड़ रुपये से काफी अधिक होने का अनुमान है. मल्लिक, रहमान और एनपीजी राइस मिल नामक एक कंपनी के खिलाफ एजेंसी द्वारा पिछले साल दिसंबर में कोलकाता की एक अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया गया था.
ईडी ने कुर्क की 230.6 करोड़ की संपत्ति
राज्य में शिक्षक नियुक्ति घोटाले में धनशोधन पहलू की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों शांति प्रसाद सिन्हा और प्रसन्न राय की करीब 230.6 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है. इन संपत्तियों में अलग-अलग जगहों पर मौजूद अचल संपत्तियां हैं. सूत्रों के अनुसार, ईडी ने घोटाले में बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले आरोपी प्रसन्न राय की संपत्तियों में पाथरघाटा में लगभग 96 कट्ठा, सुल्तानपुर में करीब 117 कट्ठा, महेशतला में लगभग 282 कट्ठा और न्यूटाउन व कोलकाता में लगभग 136 कट्ठा भूमि कुर्क की है. शांति प्रसाद सिन्हा की कुर्क की गयी संपत्तियों में कोलकाता में एक फ्लैट, पूर्व जादवपुर में एक आवासन और अन्य दो जगहों की जमीन है.