बक्सर. नगर का ऐतिहासिक एवं धार्मिक महता वाले रामरेखाघाट को नगर परिषद बक्सर ने अतिक्रमण मुक्त कराया है. नगर परिषद ने अवैध रूप से लगाये गये दुकानों के साथ ही पांडा समाज द्धारा लगाये गये चौकी को भी हटवा दिया है. जिससे पांडा समाज में नाराजगी भी कायम हो गई है. वहीं चैती छह को लेकर धार्मिक महता वाले रामरेखाघाट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंंचने की संभावना जताई गई है. जिसको देखते हुए नगर परिषद ने दो दिनों में रामरेखाघाट का अतिक्रम को पूरी तरह से हटा दिया है. घाट से अतिक्रमण हटाने के बाद काफी स्वच्छ भी दिखने लगा है. इसके साथ ही व्रतियों के व्रत के संपादन के लिए पर्यापत जगह भी कायम हो गया है. वहीं पांडा समाज ने इसका पूरजोर विरोध भी जताया जिससे उनका रोजगार प्रभावित नहीं हो सके. ज्ञात हो कि 14 अप्रैल को सतुआन के दिन भी अन्य जिलाें से लोग पहुंचेंगे. जिनको संकल्प कराने से लेकर कथा श्रवण का काम घाट पर लगाएं गये चौकी पर ही किया जाता है. वहीं श्रद्धालुओं को स्नान के दौरान अपना सामान सुरक्षित रखने को लेकर लगाया गया था. जिसे हटाने के बाद श्रद्धालुओं को अपना सामान रखने मे परेशानी होगी. घाट का ज्यादातर भाग पानी से पूरी तरह से भींग जाता है. जहां सामान रखना मुश्किल कार्य होगा. वहीं इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बक्सर अमित कुमार ने बताया कि रामरेखाघाट से अतिक्रमण हटाया गया है. घाट पर ज्यादातर भाग में चौकी लगाया था. जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही थी. अतिक्रमण हटवाया गया है.