कुटुंबा. कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र के बैरांव पंचायत के देवी नेउरा गांव के बधार में जीपीइएस प्रणाली के तहत गेहूं उत्पादन का आकलन करने के लिए शनिवार को क्रॉप कटिंग कराया गया. इस दौरान मगध प्रमंडल के सांख्यिकी उपनिदेशक उपेंद्र कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मोतीलाल दिनकर व एसएसओ ब्रजेंद्र सिंह आदि मौजूद थे. अधिकारियों ने उक्त गांव के प्लॉट संख्या 185 में खड़ी फसल की कटाई करायी. इसके बाद डंठल का थ्रेसिंग कराकर फसल उत्पादन का आकलन कराया. इस दौरान किसान नंदकिशोर यादव भी उपस्थित थे. इसके बाद उक्त गांव के ही प्लांट संख्या 508 में चना फसल की कटाई की गयी. उन्होंने बताया कि नमी होने के कारण चना का पिटनी नहीं हो सकी. इसके वजह से उत्पादन का आकलन नहीं लगाया जा सका. उपनिदेशक ने कहा कि क्रॉप कटिंग के माध्यम से उपज का अनुभव प्राप्त किया गया. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि कितना खाद्यान्न जिले से बाहर भेजना है और कितना अन्य जगहों से जिले के लिए मांगना है. उन्होंने बताया कि क्रॉप कटिंग के आधार पर खेत में 10 मीटर लंबाई एवं पांच मीटर चौड़ाई यानि 50 वर्ग मीटर आयताकार प्रयोगात्मक खंड का निर्धारण किया गया. इस खंड में लगे गेहूं की फसल की कटाई की गयी. कटाई के पश्चात गेहूं के हरे दाने का वजन 13.190 किलोग्राम हुआ. इस आधार पर प्रति हेक्टेयर गेहूं के उत्पादन 26.380 क्विंटल आंकी गयी. दरअसल प्रधानमंत्री फसल सहायता योजना के अंतर्गत विमित फसलों के क्षतिपूर्ति के निर्धारण एवं उत्पादकता दर को ज्ञात करने के लिए खरीफ और रबी मौसम में फसलों का क्रॉप कटिंग कराया जाता है. मौके पर किसान सलाहकार व अन्य ग्रामीण मौजूद रहे. गौरतलब है कि जिले के सभी पंचायतों में चना व गेहूं फसल की क्रॉप कटिंग कर अनुमानित उपज आकलन की जा रही है.
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प्रति एकड़ 26 क्विंटल 380 किलोग्राम गेहूं का औसतन उत्पादन का लक्ष्य
थ्रेसिंग कराकर फसल उत्पादन का आकलन कराया
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