सासाराम सदर. रामनवमी के अवसर पर कोई नया जुलूस नहीं निकलेगा. नये जुलूस के लिए प्रशासन अनुमति नहीं देगा. जो जुलूस पहले से निकलते रहे हैं, उन्हीं जुलूसों को निर्धारित रूट से निकालने की अनुमति मिलेगी. जुलूस पूर्णरूप से मजिस्ट्रेट और पुलिस बलों की निगरानी में निकलेंगे. जुलूस पर सादे लिबास में पुलिस की नजर रहेगी. आसमान से ड्रोन कैमरे से निगरानी होगी, तो सड़क व गलियों में वीडियोग्राफर जुलूस पर नजर रखेंगे. एक-एक गतिविधि कैमरे में कैद होगी. यह निर्देश शनिवार को डीएम व एसपी ने जिले भर के थानाध्यक्षों के साथ बैठक में दिया.
असामाजिक तत्वों की तैयार होगी सूची
रामनवमी पर्व में किसी तरह का उपद्रव या हिंसा न हो, इसके लिए प्रशासन संदिग्ध व संभावित असामाजिक तत्वों की सूची तैयार करेगा. इसी सूची के अनुसार संदिग्धों पर प्रशासन की कड़ी नजर रहेगी. इस तरह का निर्देश कलेक्ट्रेट स्थित डीआरडीए भवन सभागार में हुई सीओ व थानाध्यक्षों की बैठक में डीएम ने दिया. उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाए, जो किसी तरह की गड़बड़ी कर सकते हैं या फिर मंशा रखते हैं. गौरतलब है कि वर्ष 2023 में रामनवमी के दौरान 31 मार्च को शहर में उपद्रव हुआ था. पत्थरबाजी और गोली चलने के साथ बम विस्फोट भी हुआ था. पांच दिनों तक शहर में इंटरनेट सेवा बंद थी. इस हिंसा के दौरान चार प्राथमिकियां दर्ज हुई थीं और करीब 80 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. इसी कांड से सबक लेते हुए इस बार रामनवमी में जिला प्रशासन व पुलिस महकमा किसी तरह का चूक नहीं चाह रहा है. इसके मद्देनजर लगातार समीक्षा की जा रही है.