पुटकी.
धोबनी स्थित शिवमंदिर प्रांगण में शनिवार को चड़क पूजा व भोक्ता मेला हर्षोल्लास संपन्न हुआ. शनिवार की सुबह को भक्तगण धोबनी नीलकोठी तालाब में नहाने के पश्चात अपने-अपने शरीर के कई हिस्सों में लोहे के कील (कांटा) पिरोकर करीब 30 फिट ऊपर लकड़ी की बल्ली के सहारे कई चक्कर घूमे. संजय कालिंदी ( धोबनी ), पवित्र बाउरी व बिनय बाउरी ( मुनीडीह बस्ती) ने अपने शरीर के कई हिस्सों समेत जीभ में लोहे की कील ( कांटा ) पिरोया. इससे पूर्व शुक्रवार की रात को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया की टीम ने छऊ नृत्य प्रस्तुत किया. आयोजन को सफल में मेला कमेटी के अध्यक्ष इंद्रजीत महतो अध्यक्ष, सुखलाल महतो, कमलाकांत महतो, विनोद महतो, समुद्र महतो, चक्रधर महतो ( मुखिया ), कपिलदेव महतो, भीमसेन रवानी, धीरेन महतो, गौतम चौधरी, सुरेश सिंह चौधरी, गोपाल महतो, परशुराम महतो, अर्जुन दत्ता, शक्ति प्रसाद रवानी आदि का सराहनीय योगदान रहा.
मानस अधिवेशन के आठवें दिन उमड़ी भक्तों की भीड़ : धनबाद,
मानस मंदिर, जगजीवन नगर में मानस प्रचार समिति के मानस महाधिवेशन के नवाह्न परायण व राम कथा के आठवें दिन विंध्याचल के परायणी देवी प्रसाद पांडेय ने आठवां परायण संपन्न कराया. पंडित ज्योति नारायण झा के आचार्यत्व में यज्ञमान उज्ज्वल वर्मा, मनिका कीर्ति वर्मा एवम चंद्रशेखर शर्मा, जया शर्मा ने कर्मकांड संपन्न किया. संध्या के राम कथा में काशी के मानस किंकर निरजानंद शास्त्री ने बताया की हनुमान जी संत हैं, संत भगवंत की कृपा से ही मिलते हैं. जीवात्मा को परमात्मा से मिलाने का कार्य महात्मा करता है. जीवात्मा सुग्रीव परमात्मा राम महात्मा हनुमान जी सबको जोड़ने का कार्य हनुमान जी का है और सबको तोड़ने का कार्य रावण का है. कार्यक्रम में पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन सुरेश चौधरी, डॉ धीरज,प्रो सुशील, सत्यदेव पाठक, अभिजीत राज, भानु प्रताप, राजेश पांडेय, जैनेंद्र राय, बबलू तिवारी व मृत्युंजय राय मौजूद थे. स्वागत निरंजन सिंह ने व मंच संचालन निशांत नारायण ने किया. धन्यवाद ज्ञापन विनोद दुबे ने किया. समिति के रामप्रवेश शर्मा, जगत गुप्ता, राजेश सिंह, समरेंद्र सिंह, सपन अधिकारी, कन्हाई भट्टाचार्य, समशेर सिंह राठौर, मनोज झा, सुशील सिंह, प्रदीप चौधरी, अरविंद कुमार, नरेश यादव, बप्पा सरकार, राहुल, मुक्तेश्वर महतो, शिवम, बलबीर राणा, अरुण पांडेय आदि ने कथा श्रवण किया.