बिहारशरीफ. करीब चार लाख से अधिक आबादी वाले बिहारशरीफ नगर निगम क्षेत्र के लोगों की प्यास बुझाने के लिए पुराने व नये मिलाकर 78 जलापूर्ति केन्द्र कार्यरत हैं. शहर के इन 78 जलापूर्ति केन्द्रों में से 33 पुराने व 45 नये हैं. इन सभी जलापूर्ति केन्द्रों में साढ़े सात एचपी से लेकर 41 एचपी तक के मोटर लगे हैं. सभी नये 45 जलापूर्ति केन्द्रों का निर्माण बुडको के द्वारा हाल के वर्षों में किया है. इन सभी में 41 एचपी के मोटर लगायें हैं. वहीं शहर के पुराने जलापूर्ति केन्द्रों का निर्माण 20 से 30 वर्ष पहले किया गया था. पुराने जलापूर्ति केन्द्रों में 7.5 एचपी से लेकर 41 एचपी के मोटर हैं. पुराने जलापूर्ति केन्द्रों के मोटर में खराबी आने पर उनमें अब 41 एचपी के ही मोटर लगाये जाएंगे. शहर में 36 पुराने जलापूर्ति केन्द्र थे, जिनमें से तीन स्थायी रूप से बंद हो चुका है और अब 33 पुराने जलापूर्ति केन्द्र ही कार्यरत हैं. इन सभी पुराने जलापूर्ति केन्द्रों में गर्मी बढ़ने के साथ ही विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होने लगते हैं. बार-बार जलापूर्ति केन्द्रों की मोटर में खराबी, कम पानी निकलना आदि समस्याएं पैदा होती रहती हैं. 10 से 20 फुट खिंसका शहर में भू-जल स्तर :
जलस्तर के खिसकने से 20 फुट जोड़े जा रहे पाइप :
शहर में कई मोहल्लों में 10 फुट तो कई मोहल्लों में 20 फुट तक भू-गर्भीय जलस्तर के खिसकने से उनमें पाइप जोड़ने की जरूरत पड़ रही है. जैसे – जैसे जलापूर्ति केन्द्रों से पानी उगलना कम होता है, वैसे – वैसे उन जलापूर्ति केन्द्रों में 10 से लेकर 20 फुट तक पाइप जोड़ने जा रहे हैं. यह क्रम जून- जुलाई तक जारी रहेगा. नगर निगम वाटर सप्लाई के जूनियर इंजीनियर एनके सत्यपाल ने बताया कि शहर के अलग-अलग मोहल्लों में 10 से 20 फुट तक अंडर ग्राउंड वाटर लेवल खिसका है. इसकी वजह उन मोहल्लों के जलापूर्ति केन्द्रों के पाइप की गहराई बढ़ाई जा रही है. 10 फुट से लेकर 20 फुट तक पाइप की गहराई बढ़ाई जा रही है. इन जलापूर्ति केन्द्रों की मोटर में खराबी आने पर पहले से अधिक हॉर्सपावर के मोटर लगायें जा रहे हैं.