संवाददाता, छपरा. शहर में स्टैंड पोस्ट नल की सुविधा लगभग समाप्त हो चुकी है ऐसे में चापाकलों की जरूरत और महसूस होने लगी है. जो चापाकल शहर में है उनमें अधिकांश तक खराब पड़े हुए हैं. लोगों का कहना है कि चापाकल की मरम्मत नगर निगम सिर्फ कागजों पर ही कर रहा है. निगम जिन इलाकों में चापाकल की मरम्मत कर देने का दावा करता है, वहां पर उसकी मरम्मत हुई ही नहीं है. निगम का दावा है कि उसके पास जिन इलाकों से चापाकल की खराबी की सूचना मिलती है, निगम के कर्मचारी उन इलाकों में पहुंच कर तुरंत मरम्मत कर देते हैं. इस बार गर्मी के समय में चापाकल की मरम्मत के लिए जो दावे किए जा रहे हैं वह हकीकत में कहीं नहीं दिख रहा है.
यह मिला है लक्ष्य
विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार लगभग 300 चापाकलों की मरम्मती का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन अभी तक मात्र 20 फ़ीसदी ही बन पाए हैं, मरम्मती के लिए चार टीम गठित किये गये हैं और प्रतिदिन 15 से 20 को दुरुस्त करने का लक्ष्य रखा गया है अप्रैल महीने के समाप्त होने के पहले कार्य को पूरा कर लेना है लेकिन जिस गति से कार्य चल रहा है उससे लग रहा है कि केवल खाना पूर्ति होगी.