प्रतिनिधि, निरसा निरसा प्रखंड का एक ऐसा गांव जो दो पंचायतों में बंटा हुआ है, वह है पांड्रा गांव. संभवतछ जिले का यह सबसे बड़ा गांव है, जिसकी आबादी 10 हजार से ऊपर है. लेकिन दुर्भाग्य है दोनों ही पंचायतों के लोग पिछले एक सप्ताह से भयंकर जलसंकट का सामाना कर रहे हैं. बताया जाता है कि पांड्रा पूर्व एवं पांड्रा पश्चिम पंचायत के 32 टोला के लोग इस भीषण गर्मी में किसी तरह से रतजगा पानी जोगाड़ कर रहे हैं. दूर जाकर कुआं या तालाब का पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं. बताया जाता है कि पिछले एक सप्ताह पहले निरसा से आने वाली पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी है. मेन पाइप के क्षतिग्रस्त हो जाने से गांव जाने वाली मुख्य पाइप से जलापूर्ति बाधित हो गयी है. पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को दी. विभाग ने इसकी मरम्मत का प्रयास भी किया, लेकिन कनेक्शन की जगह काफी नीचे में रहने के कारण प्रयास विफल साबित हुआ. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि एक-दो दिनों के अंदर इसका मरम्मत कवा दी जायेगी. उसके बाद पानी सुचारु हो जायेगा. स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि ने पांड्रा गांव की सुधि नहीं ली. जलसंकट से महिलाएं काफी परेशान हैं. महिलाओं ने कहा कि पांड्रा गांव के लोग सिर्फ वोट देने के लिए ही हैं, उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है.
पाइप फटी, एक सप्ताह से पांड्रा के 10 हजार लोगों को नहीं मिला पानी
पांड्रा में जलसंकट गहराया
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