Lok Sabha Election 2024 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को बिहार के गया और पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में एनडीए उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार कर वोट मांगेंगे. वे सबसे पहले सुबह 9.30 बजे गया शहर के गांधी मैदान में आयोजित सार्वजनिक जनसभा में भाग लेंगे. इस जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी एनडीए से हम सेक्युलर के उम्मीदवार जीतन राम मांझी के पक्ष में वोट मांगेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री पूर्णिया के लिए रवाना हो जायेंगे. पूर्णिया के रंगभूमि मैदान पर दोपहर 12 बजे से उनकी सभा होगी. इस सभा में वे पूर्णिया लोकसभा से एनडीए के जदयू उम्मीदवार संतोष कुशवाहा के लिए चुनाव प्रचार करते हुए वोट मांगेंगे. पूर्णिया की सभा के बाद प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो जायेंगे.
पीएम मोदी आज गया और पूर्णिया में जनसभा से पहले बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक्स पर उसने 10 सवाल पूछे हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि “प्रधानमंत्री जी का आज फिर बिहार की गौरवशाली धरती पर स्वागत है. आप विगत 10 वर्षों से देश के प्रधानमंत्री हैं. आशा है अब आप हर नाकामी के लिए विपक्ष को दोष ना देकर निष्पक्षता से सरकार की खामियों का अवलोकन कर उस पर अपना भाषण केंद्रित करेंगे. उम्मीद है आप एकालाप ना कर बिहारी जनमानस के निम्नलिखित वाजिब सवालों का तथ्यात्मक उत्तर अपने भाषण में देंगे.”
- प्रधानमंत्री जी, जब कोई नेता विपक्ष में होता है जब वो आपकी नजर में महाभ्रष्ट होता है लेकिन बीजेपी में आते ही वो ईमानदारी का पर्याय राजा हरिश्चंद्र कैसे हो जाता है? आपके अनुसार 70 हजार का घोटाला करने वाले अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल, रेड्डी ब्रदर्स, हेमंत विस्वा शर्मा, मुकुल रॉय, नारायण राणे, अशोक चव्हाण, शुभेंदु अधिकारी इत्यादि जाँच झेल रहे 23 नेताओं को बीजेपी में शामिल करा कर, क्या आपने ईमानदारी का परिचय दिया है?
- प्रधानमंत्री जी, विगत चुनावी सभाओं में जब आप कुछ दिन जेडीयू के साथ नहीं थे तब आप नीतीश सरकार में हुए कथित 33 घोटाले एक लंबी सूची के साथ एक लंबी सांस में गिनाते थे. क्या आप अब भी मानते है कि वो 33 घोटाले हुए थे? अगर हुए थे तो क्या आपकी सरकार ने कोई जांच करवाई? अगर आपको वो 33घोटाले याद नहीं है तो क्या उसका वीडियो भेजें?
- प्रधानमंत्री जी, क्या आपने एनसीआरबी की ओर से जारी बिहार के 1990 से लेकर 2005 और 2005 से लेकर 2023 तक साल दर साल अपराध की विभिन्न श्रेणियों का तुलनात्मक अध्ययन किया है? विशेषत: उन 15 वर्षों का जब आपकी पार्टी यहाँ सरकार में रही है? क्या आप एनसीआरबी के प्रतिवर्ष के तुलनात्मक आंकड़े देख अपराध और कथित जंगलराज पर भाषण रूपी प्रवचन देना चाहेंगे?
- प्रधानमंत्री जी, जब आप बिहार आते हैं तब भ्रष्टाचार, वंशवाद और विधि व्यवस्था पर वही पुराना कैसेट बजाना क्यों शुरू कर देते है? क्या आप भूल जाते हैं कि 15 वर्षों से अधिक समय से बीजेपी बिहार सरकार में बड़ी भागीदार है? क्या आप नहीं जानते कि 2005 में जन्मा बच्चा आज वोटर है? आप उसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य व विधि व्यवस्था एवं नौकरी रोजगार देने की बजाय भूतकाल का भूत इसलिए दिखाते है ताकि वो आपसे नौकरी रोजगार पर सवाल ना कर सके? यह सच बात है ना?
- प्रधानमंत्री जी, क्या यह सच है कि आप बीजेपी के संगठित, संस्थानिक और व्यवस्थित भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ही हमेशा विपक्ष को भ्रष्टाचारी बताते हैं?
- प्रधानमंत्री जी, आपने 5 वर्ष इलेक्टोरल बॉन्ड क्यों चलवाए और उसका सबसे अधिक फायदा बीजेपी को ही क्यों मिला? अगर यह इतना पारदर्शी था तो केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में यह क्यों कहा कि नागरिकों को राजनीतिक पार्टियों का चुनावी चंदा जानने का कोई अधिकार नहीं है?
- आपके अनेक राज्यों के पार्टी प्रत्याशी व सांसद खुलेआम संविधान बदलने के नाम पर वोट मांग रहे हैं. आपने उन सब पर क्या कार्रवाई की? इसका मतलब क्या आप भी उनके संविधान बदलने के इरादे का समर्थन करते है? अगर नहीं करते तो उन्हें प्रत्याशी क्यों बनाया गया है?
- हमने बिहार सरकार में रहते आरक्षण सीमा 75 फीसद तक बढ़ाई और केंद्र सरकार को इसे संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा था. आपने महीनों बीतने के बाद भी इसे 9वीं अनुसूची में शामिल क्यों नहीं किया? क्या आप आरक्षण के विरुद्ध है?
- प्रधानमंत्री जी, क्या आप देश के सबसे अधिक युवा आबादी वाले प्रदेश बिहार को बताएंगे कि आपने केंद्र में 10 वर्षों में बिहार के कितने युवाओं को नौकरियां दी? नौकरियों के इंतज़ार में करोड़ों युवा तो Overage हो गए? आपको 39 सांसद जिताने वाले बिहार में आपने अपने गृह राज्य की तुलना में कितनी इंडस्ट्री स्थापित की तथा कितना निवेश किया?
- प्रधानमंत्री जी, 10 वर्ष पूर्व आपने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, 𝟐 करोड़ नौकरी प्रतिवर्ष, विशेष पैकेज देने अथवा विशेष ध्यान के साथ विशेष विकास करने का वादा बिहारवासियों से किया था. क्या आप अभी भी उस वादे पर कायम हैं या आपने बिहार पर ध्यान देना छोड़ दिया या 2014 में मांगे गए 60 दिन के बाद, 100 दिन फिर 60 महीने, फिर 2022 और अब 2027 की नई 𝐓𝐢𝐦𝐞𝐥𝐢𝐧𝐞 के बाद 2147 में उन वादों को पूरा करेंगे? सभी बिहारवासी उत्सुकता से आपके सकारात्मक उत्तर का इंतजार करेंगे.