IPL 2024 में कैच छूटा, तो मैच छूटा. इस बार की इंडियन प्रीमियर लीग में यह खूब देखने को मिल रही है. आईपीएल का 17वां सत्र रनों की बारिश के लिए जाना जायेगा, तो खराब फील्डिंग को लेकर भी याद किया जायेगा. अब तक 30 मैच खेले जा चुके हैं और कैच छूटने के मामले में यह पांच सत्रों का सबसे खराब प्रदर्शन है. इस बार कैच लेने की सफलता दर 76 फीसदी के आसपास है. पिछली बार 80.85 फीसदी थी. वर्ष 2021 व 2022 के सत्र में भी सफलता दर 80 से ऊपर थी.
कैच गिरानेवाले में वॉर्नर-मैक्सवेल जैसे फील्डर भी
इस बार कैच का मौका ड्रॉप करनेवाले में मैक्सवेल और वॉर्नर जैसे फील्डर भी शामिल है. हर्षल पटेल और अब्दुल समाद हालांकि इसमें शीर्ष पर हैं. पंजाब किंग्स की ओर से खेल रहे हर्षल ने 6 में से चार कैच छोड़े हैं, वहीं सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाड़ी अब्दुल समाद ने सात में से चार कैच छोड़े हैं. डेविड वॉर्नर (दिल्ली कैपिटल्स) ने सात में से तीन, तो मैक्सवेल (आरसीबी) ने पांच में से चीन कैच छोड़े हैं.
लोकेश राहुल व ध्रुव जुरेल नंबर-1 फील्डर
वहीं ध्रुव जुरेल और लोकेश राहुल शानदार फील्डर के तौर पर उभरे हैं. दोनों ने छह में से मिले छह मौके के भुनाया है. मुंबई इंडियंस के विकेटकीपर ईशान किशन का भी सफलता दर 100 फीसदी रहा है.
ALSO READ : IPL का सबसे बड़ा स्कोर बनाकर भी हैदराबाद नहीं तोड़ पाया T20 का ये बड़ा रिकॉर्ड
जीवन दान का लाभ उठा कोहली जड़ चुके हैं शतक
कैच छूटने का लाभ हमेशा बल्लेबाजों को मिलता है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से विराट कोहली मिले जीवन दान का फायदा उठाते हुए शतक जड़ने में सफल रहे थे. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जब कोहली 65 रन पर थे, तब नांद्रे बर्गर ने एक कैच छोड़ा और कोहली 113 रन बनाने में सफल हुए थे. रियान पराग और जोस बटलर भी जीवन दान का फायदा उठाते हुए बड़ी पारी खेलने में सफल रहे हैं.