गौतम वेदपाणि, भागलपुर
हर वर्ष 19 अप्रैल को विश्व लीवर दिवस मनाया जाता है. विश्व लीवर दिवस 2024 का थीम है – अपने लीवर को स्वस्थ और रोग मुक्त रखें. विश्व लीवर दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को अपने लीवर के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक करना है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, विश्व स्तर पर चार प्रतिशत मौतें लीवर रोगों के कारण होती हैं.
डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी 2024 की वैश्विक हेपेटाइटिस रिपोर्ट के अनुसार, हेपेटाइटिस से हर साल 1.3 मिलियन मौत होती है. आइएमए के अध्यक्ष डॉ मणिभूषण ने बताया कि लीवर खराब होने की मुख्य वजह खराब दिनचर्या व खानपान में गड़बड़ी है. अधिकांश लोग चाय का खूब पीते हैं. लेट से खाना खाते हैं. खाने में मैदा, फास्ट फूड, शराब व मांस के सेवन से फैटी लीवर होता है.
छाती व गले में जलन फैटी लीवर का लक्षण है. लीवर फंक्शन टेस्ट व अल्ट्रासाउंड से लीवर की बीमारी का पता चलता है. इस दौरान खून में एसजीपीटी और एसजीओटी बढ़ा होता है. लीवर से जुड़ी हेपेटाइटिस, अल्कोहलिक सेरोसिस व फैटीलीवर आम बीमारी हो गयी है. शराब पीनेवाला हर तीसरा व्यक्ति लीवर की बीमारी से पीड़ित है. लीवर के सेल को हेपेटोसाइट सकते हैं. इसके डैमेज होने से जांडिस व हेपेटाइटिस, ज्यादा खराब होने पर सेरोसिस होता है.
लीवर का काम : लीवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. करीब डेढ़ किलो वजनी लीवर दायीं तरफ छाती के नीचे स्थित होता है. लीवर के साथ गॉल ब्लाडर व पैंक्रियाज जुड़ा रहता है. आंत में जितना खाना पहुंचता है, इसके पाचन के बाद शरीर के हर हिस्से में लीवर पहुंचाता है. शरीर में रोजाना कई तरह के टॉक्सिन पैदा होता है, उसे निष्क्रिय लीवर करता है. लीवर का मेजर वर्क है प्रोटीन बनाना है. शरीर में इंफेक्शन को कम करने के लिए इम्यूनिटी बनाता है. ब्लड क्लाटिंग के केमिकल लीवर में बनते हैं.
लीवर खराब होने के लक्षण : शरीर में कमजोरी, भूख न लगना, उल्टी, थकान, पेशाब पीला होना, स्टूल का रंग सफेद होने, पेट में दायी तरफ दर्द, पैर में सूजन होने पर लीवर खराब होने का संकेत मिलता है.
लीवर को हेल्दी रखने के 10 टिप्स : अल्कोहल व स्मोकिंग नहीं करना, एक्सरसाइज करना, बैलेंस डायट, शरीर में फैट कम करना, वजन कम रखने का प्रयास, हेपेटाइटिस का वैक्सीन जरूर लगायें. नॉनवेज कम खाना.
डॉक्टरों की राय : वरीय होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ पीएन पांडेय ने बताया कि होमियोपैथिक में कार्डूअस एम, चेलिडोनियम क्यू, कालमेघ क्यू दवा की 10-10 बूंद आधे कप पानी में मिलाकर दो बार करने से लीवर स्वस्थ हो जाता है. नेचुरोपैथी में कद्दू व पुदीने का रस पीने से फायदा होता है.
राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय सह अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रूबी हेंब्रम ने बताया कि आयुर्वेद में शरीर की सुरक्षा के लिए लीवर को सुरक्षित रखते हैं. खानपान में परहेज व आराम तलबी जीवन से लीवर में फैट जमा होता है. शारीरिक श्रम से लीवर स्वस्थ रहता है. कई आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से लीवर स्वस्थ रहता है. लीवर की बीमारी में आयुर्वेदिक दवा सबसे बेहतर असर करता है.