बोड़ाम: गोरडीह के नामसोल कुम्हार टोला में पेयजल संकट
कुआं सूखने पर दूसरे गांव जाते हैं लोग, जनप्रतिनिधियों का ध्यान नहीं
पटमदा. बोड़ाम प्रखंड की गोरडीह पंचायत के नामसोल कुम्हार टोला में 35 परिवार रहते हैं. इस भीषण गर्मी के बीच इन दिनों टोला में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. यह सिलसिला हर साल गर्मी आते ही रोजाना शुरू हो जाता है. जानकारी के अनुसार, पूरे गांव में 500 मीटर के दायरे में एक भी चापाकल सरकार की ओर से आज तक नहीं लगाया गया है. इस तपती धूप में गांव की महिलाएं घर का काम का छोड़कर पूरे गांव के बीच एकमात्र कुआं से पानी भरने के लिए कतार में लगी रहती हैं. गर्मी के कारण कुआं का पानी सूख न जाए, इसलिए कतारबद्ध होकर खड़ी गांव की महिलाएं अपनी बारी का इंतजार करती हैं. दिन प्रतिदिन यह सिलसिला चलता रहता है. नामसोल कुम्हार टोला के मुख्य द्वार पर एक तालाब भी है, जिसका सालभर गांव के लोग नहाने व कपड़े धोने के काम में उपयोग करते हैं.
हांडी-डेगची व बर्तन के साथ जल्द करेंगे प्रदर्शन:
गांव वालों ने कहा कि पानी की समस्या को लेकर कई बार संबंधित विभाग, प्रखंड कार्यालय व पंचायत प्रतिनिधियों को शिकायत की, बावजूद आज तक किसी प्रकार का समाधान नहीं किया गया है. गांव वालों का कहना है कि पानी की समस्याओं को देखते हुए नामसोल गांव में जल्द से जल्द चापाकल नहीं लगाया गया, तो ग्रामीण बाल्टी, हांडी, डेगची आदि बर्तन के साथ उपायुक्त कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे.
क्या कहते हैं ग्रामीण:
नामसोल गांव के चक्रधर कुंभकार ने बताया कि वर्षों से हमलोग कुआं का पानी पी रहे हैं. इससे संबंधित विभाग एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने आज तक ध्यान नहीं दिया. पूरे गांव में एक ही कुआं है, जिस पर हमलोग निर्भर हैं. भीषण गर्मी में कुआं के सूख जाने से दूर के दूसरे गांव से पीने का पानी लाना पड़ता है. गांव की लुसू वाला कुंभकार ने बताया कि जब कुआं सूखने की कगार पर होता है, तो गंदा पानी निकलता है. जिसे हम छानकर पीते हैं. गंदे पानी के कारण कई बार ग्रामीण डायरिया के शिकार भी हो चुके हैं. संबंधित विभाग व जन प्रतिनिधि जल्द से जल्द चापाकल निर्माण कराये.