औरंगाबाद. उपहारा थाना क्षेत्र के झारी गांव के बधार में गुरुवार की दोपहर गेहूं की खेत में अचानक आग लगने से लगभग 40 बीघे में लगे गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. तब तक दर्जनों किसानों के उम्मीद पर पानी फिर गया. इस अगलगी की घटना में किसानों को लाखों रुपये का नुकसान बताये जा रहे हैं. झारी गांव के पीड़ित किसान मनीष कुमार ने बताया कि सबसे पहले गया सिंह के खेत में आग लगी जो देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया और दर्जनों किसानों की उम्मीद पर पानी फिर गया. जैसे ही गया सिंह के खेत में आग लगी तो ग्रामीण जमा हो गये और मोटर पंप से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लगातार बिजली नहीं होने से आग की लपटें बढ़ती गयी और आग विकराल रूप धारण कर लिया. हालांकि, सूचना मिलने के एक घंटे बाद फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची. तब तक आसपास के खेत को आग अपने आगोश में ले लिया. इस अगलगी की घटना में गया सिंह के दो बीघे में लगे गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी. वहीं, मनोज सिंह के एक बीघा, सुरेंद्र साव के 16 कट्ठा, वीरेंद्र साव के एक बीघा, प्रकाश सिंह के एक बीघा, सिकेंद्र सिंह के डेढ़ बीघा, आदित्य सिंह के डेढ़ बीघा, बिथल सिंह के एक बीघा, राम तवक्या साव के डेढ़ बीघा, सुधेश्वर साव के डेढ़ बीघा, रमेश साव के तीन बीघा, संधीर कुमार के चार बीघा, सलेंद्र सिंह के दो बीघा, रामप्रवेश सिंह के चार बीघा, सुरेंद्र पासवान के दो बीघा, मुन्ना कुमार के एक बीघा, सहदेव साव के एक बीघा, अमका पासवान के एक बीघा, रामविलास पासवान के दस कट्ठा, मिथलेश सिंह के दो बीघा, अनिल सिंह के दो बीघा, भूषण राम के दस कट्ठा के गेहूं के फसल जलकर राख हो गयी.
चार घंटे की मशक्कत के बाद अन्य किसानों को बची फसल
फायर ब्रिगेड की टीम ने लगातार चार घंटे की कड़ी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया और अन्य किसानों की फसल को जलने से बचा दिया. प्रत्यक्ष दर्शियों की मानें तो अगर सूचना के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंच जाती तो इतना किसानों को नुकसान नहीं होता और जल्दी आग पर काबू पा लिया जाता .