गोड्डा जिले के सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र में 15 अप्रैल की देर रात रोड निर्माण करा रहे ठेका कंपनी के मुंशी को अगवा करने के आरोपी बेनाडिक हेंब्रम को गिरफ्तार करने गयी पुलिस के लिए महंगा साबित हुआ. पुलिस के हाथ आरोपी तो नहीं आया, बल्कि पुलिस को देखकर भागने के क्रम में एक निर्दोष हरिनारायण पहाड़िया की मौत हो गयी. इस मामले में पुलिस को काफी फजीहत झेलनी पड़ी है. घटना के दूसरे दिन गोड्डा पुलिस को पूरे दिन मामले को शांत कराये जाने में पसीना बहाना पड़ा. पुलिस की फायरिंग में हुई मौत के बाद पुलिस को पहाड़िया समुदाय लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा. वहीं पुलिस को उनकी शर्तों को भी मानना पड़ा. पुलिस ने इस बात को स्वीकार किया है कि पुलिस की फायरिंग की घटना में मौत हो गयी है. हालांकि इस मामले में पुलिस कप्तान ने स्वयं आगे आकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. साथ ही दोषी पुलिसकर्मी पर भी गाज गिरायी. एसपी ने मामले में थानेदार को तो निलंबित किया ही, साथ ही गोली चलाने वाले पुलिस कर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए मामला दर्ज कर जेल भेजे जाने का आदेश दिया. इस घटना से पुलिस की फजीहत हुई है. गुरुवार को पूरा दिन पुलिस महकमा गर्म रहा. जैसे-तैसे पुलिस को मामला संभालना पड़ा. इस दौरान पहाड़िया समुदाय का विरोध भी झेलना पड़ा. लेकिन पूरे मामले में पुलिस का रवैया भी रक्षात्मक रहा. पुलिस ने बड़ी ही मुश्किल से मामले को सलटाया. पुलिस की गोली से निर्दोष की मौत मामले में पुलिस गुरुवार को बैकफुट पर दिखी.
अगवा मुंशी के आरोपियों को पकड़ने गयी पुलिस के लिए साबित हुआ महंगा, थानेदार निलंबित, जमादार को जेल
मुंशी को अगवा करने के आरोपी को गिरफ्तार करने गयी थी पुलिस
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement