लोकसभा चुनाव 2024 के पहले फेज के लिए बिहार की चार सीटों पर मतदान की प्रक्रिया शुक्रवार को संपन्न होने वाली है. वहीं दूसरे फेज के मतदान के लिए प्रचार-प्रसार का दौर राजनीतिक दलों की ओर से अब और तेज किया जा रहा है. दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होना है. सीमांचल की तीन सीटों पर इसी फेज में वोटिंग होगी. किशनगंज संसदीय सीट पर भी इसी चरण में प्रत्याशियों के भाग्य तय होंगे. पिछले चुनाव में किशनगंज सीट पर ही विपक्ष को जीत का स्वाद चखने को मिला था. वहीं एनडीए व महागठबंधन के अलावे AIMIM को लेकर भी इस सीट पर होने वाला घमासान बेहद दिलचस्प होगा.
किशनगंज में तीन दलों के बीच रही कड़ी टक्कर
किशनगंज संसदीय सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस के प्रत्याशी को जीत मिली थी. जदयू के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे थे जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को तीसरा स्थान मिला था. बिहार में भाजपा ने 40 में 39 सीटें जीती थीं लेकिन एक किशनगंज सीट ही ऐसा था जिसपर एनडीए को हार का सामना करना पड़ा और गठबंधन बिहार में विपक्ष को क्लीन स्वीप नहीं कर सकी थी. इस बार भी कांग्रेस ने ही अपने प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. जबकि एनडीए की ओर से जदयू ने नए उम्मीदवार को टिकट थमाया है. AIMIM ने फिर एकबार अख्तरुल इमान को ही अपना उम्मीदवार बनाया है.
पांच दिनों तक किशनगंज में डेरा डालेंगे ओवैसी
सीमांचल में चुनाव प्रचार अब तेज होने वाला है. शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे किशनगंज में जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. बहादुरगंज प्रखंड के लोहागाड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ मो जावेद आजाद के पक्ष में उनकी सभा आयोजित है. जबकि दूसरी ओर एआईएमआईएम पार्टी नेता आदिल हसन ने बताया कि 20 अप्रैल को पार्टी सुप्रीमो बैरिस्टर असदुद्दीन ओवेशी किशनगंज में आयेंगे और लगभग पांच दिनों तक यही कैंप कर पार्टी प्रत्याशी अख्तरुल इमान के पक्ष में कई सभा, जनसंपर्क अभियान और रोड शो करेंगे.
नीतीश कुमार भी करेंगे जनसभा!
वहीं जदयू प्रत्याशी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनसभा को संबोधित करेंगे. संभवत: 21 अप्रैल को सीएम नीतीश कुमार किशनगंज में सभा करेंगे. जदयू नेताओं की ओर से अभी ये संभावना जतायी जा रही है. बता दें कि जदयू नेताओं के साथ सीएम नीतीश कुमार ने जब वर्चुअल मीटिंग की थी तो इसबार किशनगंज सीट पर भी जीत को लेकर उन्होंने सबको आश्वस्त किया था.