Infosys Dividend: भारतीय आईटी कंपनी इंफोसिस के द्वारा पिछले वित्त वर्ष के आखिरी तिमाही के नतीजे घोषित किये गए हैं. इस दौरान कंपनी ने साल का अंतिम डिविडेंड और विशेष लाभांश की घोषणा की. इससे कंपनी के फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) के पोते एकाग्र रोहन मूर्ति (Ekagrah Rohan Murthy) को डिविडेंड से 4.2 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. दरअसल, नारायण मूर्ति ने एकाग्र को 15 लाख शेयर गिफ्ट किया था. अपने परिणाम की घोषणा के साथ कंपनियों के अपने स्टेकहोल्डर को 20 रुपये के अंतिम डिविडेंड के साथ 8 रुपये के स्पेशल डिविडेंड देने की घोषणा की है. रिपोर्ट के अनुसार, इंफोसिस के शेयरों की कीमत अभी 1400 रुपये प्रति स्टॉक है. इस हिसाब से एकाग्र की कुल संपत्ति 210 करोड़ रुपये हो गयी है. डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट 31 मई है और भुगतान एक जुलाई को किया जाएगा.
कैसा था कंपनी का रिजल्ट
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस का मार्च 2024 को समाप्त चौथी तिमाही में एकीकृत लाभ 30 प्रतिशत उछलकर 7,969 करोड़ रुपये हो गया. इन्फोसिस ने शेयर बाजार को जनवरी-मार्च, 2024 तिमाही के नतीजों की जानकारी दी. पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 6,128 करोड़ रुपये रहा था. आलोच्य तिमाही में कंपनी का एकीकृत राजस्व 1.3 प्रतिशत बढ़कर 37,923 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 37,441 करोड़ रुपये था. इसके साथ ही इन्फोसिस ने कहा कि स्थिर विनिमय दर के आधार पर उसे चालू वित्त वर्ष 2024-25 में राजस्व में 1-3 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है. वहीं परिचालन मार्जिन 20 से 22 प्रतिशत रहने की संभावना है. कंपनी ने बीती तिमाही में 20.1 प्रतिशत का परिचालन मार्जिन दर्ज किया जबकि समूचे वित्त वर्ष 2023-24 में यह 20.7 प्रतिशत रहा. कंपनी का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2023-24 में 8.9 प्रतिशत बढ़कर 26,233 करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले वित्त वर्ष 2022-23 में यह 24,095 करोड़ रुपये था.
क्या है आगे कंपनी का प्लान
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा कि अब तक का सर्वाधिक सौदा मूल्य हासिल करना हमारे प्रति ग्राहकों के मजबूत भरोसे को दर्शाता है. जेनरेटिव एआई में हमारी दक्षता बढ़नी जारी है. हम ग्राहक कार्यक्रम पर काम कर रहे हैं और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, प्रक्रिया अनुकूलन और ग्राहक समर्थन पर प्रभाव डालने वाले बड़े भाषायी मॉडलों का लाभ उठा रहे हैं. निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 से लेकर 2028-29 तक के पांच वर्षों के लिए पूंजी आवंटन नीति को भी स्वीकृति दी. इस दौरान रणनीतिक एवं परिचालन संबंधी नकदी जरूरतों को ध्यान में रखा गया है. इसके साथ ही इन्फोसिस ने 45 करोड़ यूरो (करीब 4,000 करोड़ रुपये) में जर्मनी की कंपनी इन-टेक की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने की भी घोषणा की है. पूरी तरह से नकद में होने वाला यह सौदा चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में पूरा हो जाने की उम्मीद है. इन-टेक इलेक्ट्रिक परिवहन, स्वचालित ड्राइविंग और इलेक्ट्रिक वाहनों से संबंधित तकनीकी समाधान मुहैया कराती है.
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