– केजीवीबी में पढ़ती थी छात्रा, द्वितीय श्रेणी से हुई थी उत्तीर्ण- अनाथ छात्रा को चाचा गोद लेकर परवरिश कर रहे थे
सरायकेला.
सरायकेला थानांतर्गत मुरुप पंचायत के नारायणडीह निवासी छात्रा राखी प्रधान (16) ने मैट्रिक में कम अंक आने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना शुक्रवार की है. राखी कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय सरायकेला की छात्रा थी. वह मैट्रिक में द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुई. राखी ने परिजनों को बताया कि उसने काफी मेहनत की थी. इसके बावजूद द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण होने से काफी परेशान थी. परिजनों ने समझाया कि कोई बात नहीं, आगे और मेहनत करने से अच्छा परिणाम मिलेगा. राखी ने घर में साड़ी से फांसी लगा ली. कुछ देर बाद परिजनों ने राखी को फंदे से लटकता पाया. परिजन उसे फंदे से उतारकर सदर अस्पताल सरायकेला लाये, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
राखी के माता-पिता का हो चुका है निधन
राखी प्रधान के माता-पिता का वर्षों पूर्व निधन हो चुका है.उसके चाचा गौरांग प्रधान उसे गोद लेकर अपनी बेटी की तरह परवरिश कर रहे थे.
प्रभात अपील : छोटी-छोटी बात पर जिंदगी को दांव पर न लगायें
जिंदगी अनमोल है, यह किसी प्रतियोगिता में फेल, परीक्षा में कम अंक या असफल और खेलकूद में हार पर गवां देना वाला विकल्प कतई नहीं है. कई लोग छोटी-छोटी बात पर जिंदगी को दांव पर लगा देते हैं. प्रभात खबर अपील करता है कि किसी एक कार्य में असफलता का अर्थ यह नहीं है कि जिंदगी खत्म हो गयी. सफलता के लिए संघर्ष करें, क्विट कदापि न करें.
जीवन अनमोल है, इसे व्यर्थ नहीं गवायें : डीइओ
कस्तूरबा विद्यालय की छात्रा द्वारा आत्महत्या किये जाने की सूचना मिलते ही डीइओ जितेंद्र कुमार सिन्हा शनिवार की अहले सुबह सरायकेला कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पहुंचे. डीइओ ने छात्राओं से कहा कि असफलता ही सफलता की कुंजी है. दुनिया में कई ऐसे महापुरुष हुए, जो सफल होने से पहले कई बार असफल हुए. आज असफल हुए तो कल सफल जरूर होंगे. जीवन अनमोल है, इसे व्यर्थ नहीं गवायें. डीइओ ने छात्राओं से कहा कि किसी भी परिस्थिति में घबराना नहीं चाहिए. मौके पर केजीबीवी प्रभारी सांत्वना जेना मौजूद थीं.