सिल्ली
गर्मी के बढ़ते ही जंगल में आग लगने की समस्या शुरू हो गयी है. कुछ लोग रोज दिन जंगलों में आग लगा देते हैं. इससे जंगल में रहनवाले पशु-पक्षियों को तकलीफ हो रही है. बंदर और मोर जंगल छोड़ कर भाग रहे है. रविवार को भी सिल्ली में कुलसुद के जंगलों में शाम होते ही आग लग गयी. झाड़ियों और पेड़ धू-धू कर जलने लगे.
जंगल में शिकार के लालच में लगा रहे है आग
ग्रामीण बताते हैं कि जंगलों में खरगोश, जंगली सुअर, हिरण आदि के शिकार के लालच में लोग आग लगा देते हैं. आग लगाकर जानवरों को भागने पर विवश करते हैं और उनके भागने की दिशा में पहले से जाल लगा देते हैं. जिससे जानवर फंस जाते हैं. नतीजा जंगल के मोर और बंदर जंगल के निकट के गांव में पहुंच रहे हैं. किता के आसपास सुबह-सुबह मोर देखे जाते हैं. किता स्टेशन के आसपास बंदरों का भी जमावड़ा देखने को मिल जाता है. जंगल में आग लगने से जंगली जानवरों का नुकसान भी हो रहा है और पर्यावरण की भी हानि हो रही है.
बढ़ रहा है तापमान
जंगल से सटे गांवों किता व आसपास के ग्रामीण बताते हैं कि जंगल में आग की तपिश का अनुभव गांव के समीप तक होता है. अगर हवा चली तो सीधे गर्मी महसूस होती है. जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
विभाग का पक्ष
वन विभाग के जय प्रकाश साहू ने बताया है कि जंगल में आग को रोकने का भरसक प्रयास किया जा रहा है. ब्लोअर के सहारे आग जिस दिशा में बढ़ रही है, उधर का रास्ता रोक दिया जाता है. इस प्रकार आग को फैलने से रोका जा रहा है. वहीं आग लगानेवाले का भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है. पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.